दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोनो नोटबंदी के फैसले के विरोध में RBI के आगे कुछ देर धरना प्रदर्शन पर बैठे। इससे पहले दोनों नेताओं ने दिल्ली के आज़ादपुर मंडी में मंच साझा करते हुए सरकार से नोटबंदी फ़ैसले को वापस लेने की मांग की।
उन्होंने कहा की इस फैसले की वजह से आम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। लोगों के घर में खाने को अनाज तक नहीं है। बैंक और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइन लगी है, लेकिन पैसे नहीं मिल रहे। सरकार कह रही है कि 10 दिनों में सब कुछ ठीक हो जायेगा, लेकिन लोग एक दिन भी बिना खाये पीये रहेंगे कैसे ?
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगते हुए कहा, मैं मोदी जी को ईमानदार समझता था, लेकिन मेरे पास कुछ डॉक्यूमेंट्स है जिसको देखने के बाद मैं ऐसा नहीं कह सकता। केजरीवाल ने सरकार के नोटबंदी के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये फ़ैसला सबसे बड़ा घोटाला है, क्योंकि इस फैसले से उद्योगपतियों को फायदा हुआ है। उनके क़र्ज़ माफ़ कर दिये गए हैं।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर 500 और 1000 के नोट से कला धन बनाया जा रहा था, फिर तो 2000 के नोट से उन्हें कला धन बनाने में और भी सहूलियत होगी। तो फिर मोदी जी ये बताएं की वो काला धन रोकने में मदद कर रहे हैं या फिर बढ़ाने में।
इससे पहले ममता बनर्जी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वो आम लोगो के साथ हैं और उनके लिए हर लड़ाई लड़ेंगी। सरकार के इस फैसले से आम लोगों की मुश्किलें बढ़ी है और वो ऐसा नहीं होने देंगी।
उन्होंने सरकार को तीन दिन का वक़्त देते हुए कहा कि सरकार अपने फैसले को जनहित में वापिस ले अन्यथा सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा।
HIGHLIGHTS
- केजरीवाल और ममता बनर्जी नोटबंदी फ़ैसले के ख़िलाफ़ धरने पर
- ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार तीन दिन में फ़ैसला ले वापस
- केजरीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी पर लगाए भ्रष्टाचाकर के आरोप
Source : News Nation Bureau