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कांग्रेस के गंभीर न होने से मोदी और शक्तिशाली बनेंगे : ममता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और शक्तिशाली बनेंगे, क्योंकि कांग्रेस पार्टी राजनीति को लेकर गंभीर नहीं है.

Updated on: 30 Oct 2021, 02:57 PM

highlights

  • कांग्रेस पार्टी राजनीति को लेकर कतई गंभीर नहीं
  • कांग्रेस के निर्णय न ले पाने से अंजाम देश भुगत रहा
  • कांग्रेस की वजह से मोदीजी और अधिक शक्तिशाली हो रहे

पणजी:

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और शक्तिशाली बनेंगे, क्योंकि कांग्रेस पार्टी राजनीति को लेकर गंभीर नहीं है और उन्होंने देश की सबसे पुरानी पार्टी पर फैसले न लेने का भी आरोप लगाया. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि दिल्ली की ‘दादागीरी’ बहुत हुई. गोवा के तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन पणजी में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने यह भी कहा कि कांग्रेस (Congress) के निर्णय न ले पाने का अंजाम देश भुगत रहा है.

उन्होंने कहा, ‘मैं अभी सब कुछ नहीं कह सकती क्योंकि वे राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते. कांग्रेस की वजह से मोदी जी और अधिक शक्तिशाली हो रहे हैं...अगर कोई निर्णय नहीं ले सकता तो उसके लिए देश को क्यों भुगतना चाहिए?’ टीएमसी अध्यक्ष ने कहा, ‘कांग्रेस को पहले भी मौका मिला. भाजपा के खिलाफ लड़ने के बजाय वे मेरे राज्य में मेरे खिलाफ लड़े. क्या आपको नहीं लगता कि उन्होंने मेरे खिलाफ चुनाव लड़ा, बंगाल में मेरे राजनीतिक दल के खिलाफ चुनाव लड़ा....’ टीएमसी ने घोषणा की है कि वह आगामी गोवा विधानसभा चुनावों में सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

बनर्जी ने कहा कि टीएमसी चुनावों में क्षेत्रीय दलों को सीटें आवंटित करने में यकीन रखती हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं चाहती हूं कि क्षेत्रीय दलों को मजबूत होना चाहिए. हम चाहते हैं कि संघीय ढांचा मजबूत हो. हमें राज्यों को मजबूत बनाना चाहिए, अगर राज्य मजबूत होंगे तो केंद्र भी मजबूत होगा. हम दिल्ली की दादागीरी नहीं चाहते, बस बहुत हुआ.’ यह पूछे जाने पर कि उन्हें क्या लगता है कि कांग्रेस को कौन-से फैसले लेने चाहिए, इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं कांग्रेस के बारे में चर्चा नहीं करने जा रही हूं क्योंकि यह मेरी पार्टी नहीं है. मैंने अपना क्षेत्रीय दल बनाया है और किसी से समर्थन लिए बिना हमने तीन बार सरकार बनायी. उन्हें फैसला करने दीजिए. यह मेरा तरीका भी है, मैं किसी भी अन्य राजनीतिक दल के कामकाज में दखल नहीं देती हूं. मैं अपने राजनीतिक दल के बारे में कह सकती हूं और हमारी लड़ाई जारी रहेगी। हम भाजपा के आगे घुटने टेकने वाले नहीं हैं.