logo-image

ममता की टिप्पणी से कांग्रेस सन्न, कहा-नसबंदी से इंदिरा की सत्ता गई, नोटबंदी से मोदी की जाएगी

पटना में 'बीजेपी भगाओ-देश बचाओ' रैली में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर हमला बोला।

Updated on: 28 Aug 2017, 12:05 AM

highlights

  • पटना में लालू यादव की बीजेपी भगाओ देश बचाओ की रैली में ममता ने पीएम मोदी पर बोला हमला
  • ममता ने कहा, नसबंदी से इंदिरा गांधी की सरकार गई, नोटबंदी से पीएम मोदी की सरकार जाएगी

नई दिल्ली:

पटना में 'बीजेपी भगाओ-देश बचाओ' रैली में विपक्षी दलों ने एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर हमला बोला।

रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा वहीं नीतीश कुमार पर जनादेश के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया।

ममता बनर्जी ने कांग्रेस नेता की मौजूदगी में मोदी को निशाना बनाते वक्त नोटबंदी और नसबंदी की तुलना कर डाली, जिससे कांग्रेस आवाक हो गई।

ममता ने कहा, 'जब नसबंदी की वजह से इंदिरा गांधी की सरकार चली गई तब मोदी क्या चीज है। नोटबंदी की वजह से मोदी की सरकार भी जाएगी।' ममता जब यह बोल रही थी तब मंच पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद मौजूद थे।

तेजस्वी बोले- हमारा साथ छोड़कर चले गए नीतीश, अच्छे चाचा नहीं

ममता ने इस दौरान एक शायरी सुनाते हुए नीतीश कुमार पर जनादेश के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया। ममता ने, 'माल महाराज के, मिर्जा खेले होली।' का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने लालू जी को जनादेश दिया था लेकिन शासन नीतीश कुमार कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'बिहार की जनता अगले चुनाव में लालू यादव को वापस सत्ता में लाएगी।'

ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप भी लगाया। ममता ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ भेदभाव करती है।

गौरतलब है कि पंचकूला में हुई हिंसा के बाद पंजाब और हरियाण हाई कोर्ट ने मोदी सरकार को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था, 'नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, न कि बीजेपी के प्रधानमंत्री।'

दरअसल पंचकूला में हुई हिंसा को लेकर केंद्र सरकार के वकील ने दलील दी थी कि कानून-व्यवस्था राज्य सरकार का मामला है। इस पर हाई कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने को लेकर केंद्र को कड़ी फटकार लगाई थी।

रैली में बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने हिस्सा नहीं लिया।

आस्था के नाम पर हिंसा किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी: पीएम मोदी