पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को लेकर एक बार फिर हमला किया है। उन्होंने कहा कि कालाधन तो और भी काला हुआ है जबकि सफेद धन जनता के हाथों से छीन लिया गया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने नोटबंदी को लेकर लगातार अपने फैसले वापस लिए हैं, उससे लगता है कि वह भ्रम की स्थिति में है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण लोअर मिडिल क्लास, ट्रेडर्स, दिहाड़ी मजदूर और गृहणियां बुरी तरह से प्रभावित हुईं हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि रोज-रोज नए बदलावों की घोषणा करने के बजाए सरकार को एक विधिवत एक्शन प्लान जारी कर देना चाहिए।
सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करते हुए ममता ने कहा कि केंद्र सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा करने के बाद से 15 फैसले वापिस लिए हैं। केंद्र के रवैये से साफ जाहिर होता है कि सरकार भ्रम की स्थिति में है।
नोटबंदी को लेकर ममता ने कहा कि मैं 22 नवंबर को दिल्ली जाउंगी और एक बार फिर से सड़कों पर उतरुंगी। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के खिलाफ किसी भी राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए तैयार हूं।