मालेगांव विस्फोट मामले में मुख्य आरोपी पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित 9 साल जेल में बिताने के बाद बुधवार को जेल से जमानत पर रिहा हुए।
उनकी आगवानी के लिए नवी मुंबई के तलोजा जेल सेना की गाड़ी पहुंची थी।
आपको बता दें की पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सेना में सूत्रों ने बताया था कि पुरोहित को एक सैन्य इकाई से संबद्ध किया जाएगा, हालांकि वह निलंबित ही रहेंगे।
पुरोहित गिरफ्तार किए जाने के बाद 20 जनवरी, 2009 से निलंबित चल रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि वह आगे भी निलंबित ही रहेंगे, लेकिन चूंकि उन्हें जमानत पर रिहा करने का आदेश दे दिया गया है, तो उन्हें सेना की एक इकाई से संबद्ध किया जाएगा।
मालेगांव विस्फोट मामले में पुरोहित को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सशर्त जमानत दी थी। साल 2008 में हुए इस विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई थी।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कहा था कि वह जेल में नौ साल से हैं और इसलिए उन्हें जमानत मिलनी चाहिए।
पुरोहित ने 25 अप्रैल के बंबई हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी, जिसने इस मामले में आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को तो जमानत दे दी थी, पर पुरोहित की याचिका खारिज कर दी थी।
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महाराष्ट्र में नासिक जिले के मालेगांव में 29 सितंबर, 2008 को हुए विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई थी। जांच एजेंसियों ने पूर्व में इस विस्फोट के तार दक्षिणपंथी संगठन अभिनव भारत से जोड़े थे।
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HIGHLIGHTS
- पूर्व लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित 9 साल बाद जेल से बाहर आए
- सुप्रीम कोर्ट ने मालेगांव बम ब्लास्ट मामले में सोमवार को दी थी जमानत
- मालेगांव ब्लास्ट मामले में मुख्य आरोपी हैं पुरोहित, ब्लास्ट में 7 लोगों की हुई थी मौत
Source : News Nation Bureau