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Maharashtra: सरकारी अस्पतालों के बदतर हालात, नांदेड़ के बाद नागपुर में 24 घंटे में 18 मरीजों की मौत 

सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो अक्टूबर की सुबह आठ बजे से तीन अक्टूबर सुबह आठ बजे के बीच 18 मौत दर्ज की गई हैं

Updated on: 04 Oct 2023, 01:04 PM

नागपुर:

महाराष्ट्र के नांदेड़, औरंगाबाद के बाद नागपुर के सरकारी अस्पतालों में 24 घंटे के अंदर 25 मरीजों की मौत हो गई. राज्य में  2 अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में रिपोर्ट दर्ज की गई है. इससे पहले महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में मंगलवार को सुबह आठ बजे तक 24 घंटे के अंदर कम से कम 18 मौत दर्ज हुईंं. इससे पहले पहले मराठवाड़ा के नांदेड़ स्थित डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 24 घंटे में 24 मौत दर्ज की गईं थीं. बात ये बढ़कर 31 हो गई थी.

संभाजीनगर अस्पताल 18 की मौत

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक के अनुसार, ‘छत्रपति संभाजीनगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो अक्टूबर की सुबह आठ बजे से तीन अक्टूबर सुबह आठ बजे के बीच 18 मौत दर्ज की गई हैं. उन्होंने बताया कि जीएमसीएच में दर्ज 18 लोगों की मौत के मामले में चार लोगों को अस्पताल में मृत लाया गया था. 

चिकित्सा अधीक्षक के अनुसार, जान गंवाने वाले 18 लोगों में दो मरीजों की मौत दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई. वहीं दो अन्य की निमोनिया से पीड़ित होने के कारण हुई थी. अन्य तीन मरीज गुर्दे के निष्क्रिय होने की समस्या से पीड़ित बताया गया. इसके अलावा यकृत और गुर्दा खराब होने के कारण एक अन्य मरीज की मौत हो गई. सड़क दुर्घटना, जहरीले पदार्थ और अपेंडिक्स फटने के कारण एक-एक व्यक्ति की मौत की खबर है.’

नांदेड़ के अस्पताल में 31 मरीजों की मौत 

वहीं राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, नांदेड़ के डॉ. शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 24 घंटे में 12 शिशुओं समेत 24 लोगों की मौत हो गई. अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर के अनुसार, सरकारी अस्पताल में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के अंदर 11 शिशुओं की मृत्यु हो गई. उस दौरान नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) में स्वीकृत 24 बिस्तर की बजाय 65 मरीजों का इलाज किया जा रहा था.