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पीयूष गोयल (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है. इस पत्र में महाराष्ट्र के राज्य महिला आयोग ने रेल मंत्री गोयल से स्थानीय ट्रेनों के प्रत्येक सामान्य डिब्बे में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए 2 सीटों को आरक्षित करने या पहली प्राथमिकता देने के लिए लिखा है. इसके पहले नरेंद्र मोदी 2.0 के कैबिनेट में एक बार फिर से रेल मंत्रालयल पर पीयूष गोयल पर भरोसा जताते हुए उन्हें दोबारा रेलवे मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. अपनी पिछली पारी में गोयल ने कई बार ट्रैक से बाहर जा रहे रेल मंत्रालय को दोबारा ट्रैक पर लौटाया था.
Maharashtra State Women's Commission has written to Union Railway Minister Piyush Goyal to reserve or give first priority of 2 seats for pregnant and lactating mothers in every general compartment of the local trains. (file pic) pic.twitter.com/ECHDSgtQBV
— ANI (@ANI) June 5, 2019
नई सरकार में रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी पीयूष गोयल को दी गई है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली पहली केंद्र सरकार में भी गोयल रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. रेल मंत्रालय के अतिरिक्त गोयल के पास पहले की ही तरह वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी भी रहेगी. कैबिनेट मंत्री बनने से पहले पीयूष गोयल राज्यमंत्री एवं स्वतंत्र प्रभार के मंत्री के तौर पर ऊर्जा एवं कोयला समेत कई मंत्रालयों के काम देख चुके थे.
पीयूष गोयल को नरेंद्र मोदी सरकार के युवा चेहरों में गिना जाता है. गोयल मोदी सरकार के तेज तर्रार मंत्रियों में से एक माने जाते हैं और वह अपने विभागों में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए जाने जाते हैं. ऊर्जा मंत्री के तौर पर उनके काम के चलते उन्हें सरकार में काफी अहमियत मिली थी जिसके बाद उन्हें रेल मंत्रायल की जिम्मेदारी सौंपी गई. उनके रेल मंत्री रहते हुए भारत की पहली इंजनलेस ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस पटरी पर उतरी थी.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र के महिला आयोग ने पीयूष गोयल से रखी मांग
- प्रेगनेंट और स्तनपान करने वाले महिलाओं की सीट हो रिजर्व
- हर जनरल डिब्बे में 2 सीटें हो आरक्षित