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RSS शिवसेना की बीजेपी में चाहती है वापसी! उद्धव ठाकरे ने किया ये बड़ा दावा

उद्धव ठाकरे ने कहा है कि आरएसएस के नेताओं ने उनसे संपर्क किया था और बीजेपी के साथ वापस आने के लिए मनाया था.

Updated on: 24 Nov 2019, 09:17 PM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में सियासी हलचल पल-पल बदल रही है. नेताओं के बयान पर बयान सामने आ रहे हैं. इस बीच शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने आरएसएस (RSS) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उद्धव ठाकरे ने कहा है कि आरएसएस के नेताओं ने उनसे संपर्क किया था और बीजेपी के साथ वापस आने के लिए मनाया था. लेकिन उन्होंने बीजेपी से हाथ मिलाने से इंकार कर दिया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने ललित होटल में अपने विधायकों को संबोधित करते हुए यह बात कही. उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरएसएस के नेताओं ने उनसे संपर्क किया था. लेकिन बीजेपी के साथ दोबारा जाने से उन्होंने मना कर दिया. आरएसएस को उन्होंने कहा कि अब बीजेपी के बारे में विचार करने का वक्त निकल चुका हैं.

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रविवार को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और पार्टी सांसद संजय राउत और मिलिंद नार्वेकर एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने एनसीपी के विधायकों से भी बातचीत की.

इसी तरह इसके बाद होटल जेडब्ल्यू मैरिअट में पवार, ठाकरे अपनी पार्टी नेताओं के साथ जाकर कांग्रेस विधायकों के साथ बात करेंगे.

पार्टी के सूत्रों ने कहा कि इसी तरह की कवायद शिवसेना विधायकों के साथ एक डीलक्स होटल में भी किए जाने की संभावना है, ताकि उन्हें 'सही सिग्नल' भेजने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके.

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नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर शिवसेना ने कहा, "महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार को आए नाटकीय घटनाक्रम के बाद विधायकों के बीच चिंता, भ्रम और निराशा की स्थिति और संदेह को दूर करने के लिए ऐसा किया जाना जरूरी था.

बता दें कि शनिवार की सुबह महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बन गई. देवेंद्र फडणवीस ने दूसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. वहीं एनसीपी के अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. बीजेपी की सरकार बनने के बाद महाराष्ट्र में सियासी तूफान उठ गया. एनसीपी चीफ शरद पवार ने इंकार कर दिया कि उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया है. शरद पवार ने अपने भतीजे अजीत पवार पर गेम करने का आरोप लगाते हुए सारे विधायकों को अपने पास बुला लिया. वहीं, शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. रविवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट इस मामले में अपना फैसला सुनाएगा.

(इनपुट IANS के साथ)