महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. लंबे जद्दोजहद के बाद अजित पवार को भी शरद पवार मनाने में कामयाब हुए हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या वाकई अजित पवार मान गए हैं? क्या वो फिर से दोबारा बागी कदम नहीं उठाएंगे? इस सवाल के उठने के पीछे अजित पवार का वो जवाब है जो उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान दिया.
बुधवार को दो दिन की चुप्पी के बाद अजित पवार मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वो एनसीपी के साथ हैं. लेकिन जब एक चैनल ने उनसे पूछा कि क्या वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इस पर उन्होंने कहा कि वो आने वाला वक्त बताएगा.
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अजित पवार ने सीधे जवाब देने की बजाय यह कहा कि आने वाला वक्त बताएगा..इसपर अब सवाल उठ रहे हैं कि वो बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
बता दें कि मंगलवार को महाराष्ट्र में बीजेपी का ड्रामा उस वक्त खत्म हो गया जब अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. अजित पवार द्वारा इस्तीफा देने के बाद फडणवीस सरकार अल्पमत में आ गई. जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने भी सीएम पद से इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया.
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मंगलवार को एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना की संयुक्त बैठक में अजित पवार शामिल नहीं हुए और ना ही मीडिया से मुखातिब हुए. लेकिन बुधवार को वो सुबह विधान भवन में पहुंचे. यहां पर लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने उन्हें गले लगाया. विधानभवन परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए अजित पवार ने कहा, 'मैं एनसीपी में था और अब भी हूं. मैनें पार्टी कभी नहीं छोड़ी.'
अजित पवार कब तक एनसीपी के साथ रहते हैं उसका जवाब तो वक्त की गर्त में डूबा है. लेकिन राजनीति में कब कैसे लोग बदल जाते हैं वो पिछले दिनों महाराष्ट्र की घटनाचक्र से साफ हो जाता है.