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महाराष्ट्र में कोरोना की वजह से खाली होगा जेल! 11000 कैदी होंगे रिहा

महाराष्ट्र सरकार 11000 अंडर ट्रायल और सजा पा चुके कैदियों को परोल और फर्लो के तहत छोड़ने का फैसला लिया है.

Updated on: 26 Mar 2020, 09:47 PM

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में कोरोना वायरस ने बड़ी तबाही मचा रखी है. कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra government) ने बड़ा फैसला लिया है. महाराष्ट्र सरकार 11000 अंडर ट्रायल और सजा पा चुके कैदियों को परोल और फर्लो के तहत छोड़ने का फैसला लिया है.

महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी. अनिल देशमुख ने कहा, 'जेलों में भीड़ कम करने के लिए और कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए 7 साल की सजा पा चुके या फिर ट्रायल पर चल रहे 11000 कैदियों को छोड़ने का फैसला लिया है. '

उद्धव ठाकरे ने कोरोना पर की समीक्षा बैठक

वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को अपने आधिकारिक निवास वर्षा के लॉन में वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात के दौरान राज्य में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किए गए उपायों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एक वातानुकूलित कमरे में बैठक करने के बजाय ठाकरे ने अधिकारियों से बाहर आंगन में खुले में मुलाकात की.

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महाराष्ट्र में कोरोना के 125 केस

बयान के अनुसार कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर एहतियातन अधिकारियों को एक दूसरे से सुरक्षित दूरी पर बैठाया गया था. बैठक में मुंबई के नगर आयुक्त प्रवीण परदेशी, मुख्य सचिव अजोय मेहता, सीएमओ के प्रमुख सचिव आशीष कुमार सिंह के अलावा पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे व संसदीय कार्य मंत्री अनिल पराब ने शिरकत की.

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बता दें कि महाराष्ट्र में 125 कोरोना केस आ चुके हैं. जबकि एक मौत कोरोना से हुई है. महाराष्ट्र के सांगली में एक ही परिवार के 5 लोग कोरोना से संक्रमित मिले हैं.