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बिहार में टूटा आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस का महागठबंधन, जानिए 10 बड़ी वजहें

बिहार में लोकसभा चुनाव के बाद लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के बीच बना महागठबंधन टूट गया है।

Updated on: 26 Jul 2017, 07:36 PM

highlights

  • नीतीश कुमार ने सीएम पद से दिया इस्तीफा, कहा ऐसे माहौल में काम करना संभव नहीं था
  • तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप के बाद जेडीयू ने मांगा था इस्तीफा

 

नई दिल्ली:

बिहार में लोकसभा चुनाव के बाद लालू यादव की पार्टी आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के बीच बना महागठबंधन टूट गया है। लालू के बेटे और डिप्टी सीएम तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद इस्तीफा नहीं देने पर नीतीश कुमार ने खुद राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मिलकर अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार ने कहा मैंने अपने अंतर आत्मा की आवज पर यह फैसला लिया। ऐसे माहौल में काम करना संभव नहीं था। जानिए महागठबंधन टूटने की 10 बड़ी वजहें।

1. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और बिहार के उप-मुख्यमंत्री और उनके बेटे तेजस्वी यादव सहित उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने पटना सहित देशभर के 12 स्थानों पर छापेमारी की थी।

2. भ्रष्टाचार के मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद विपक्षी दल बीजेपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बेदाग छवि को लेकर तेजस्वी पर इस्तीफे के लिए दबाव बना रही थी।

3. नीतीश कुमार जहां चाहते थे कि तेजस्वी यादव अपने पद से इस्तीफा दें वहीं लालू यादव इस बात पर अड़े हुए थे कि तेजस्वी डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे।

4. तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप के बाद दोनों ही पार्टियों के बीच बयानों को दौर शुरू हो गया था। दोनों ही पार्टियां एक दूसरे को नीचा दिखाने और निशाना साधने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही थी।

5. जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने आज ही कहा था कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नहीं तो क्या बेनामी सम्पति की बाते करें।' संजय सिंह ने साफ कर दिया था, 'गठबंधन बचाने की जवाबदेही सिर्फ नीतीश कुमार की नहीं है और करप्शन के मुद्दे पर समझौता नहीं होगा।'

6. महागठबंधन में दरार आने के बाद जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा था कि उनकी पार्टी बीजेपी के साथ ज्यादा सहज तरीके से सरकार चला पाने में सक्षम थी। इससे आरजेडी के नेता बेहद नाराज हो गए थे और भाई वीरेंद्र ने कहा था कि ऐसा कोई सगा नहीं है जिसकों नीतीश कुमार ने ठगा नहीं।

7. बीते दिनों भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के साथ बंद कमरे में करीब 45 मिनट तक मीटिंग की थी। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को पूरे मामले पर स्पष्टीकरण देने को कहा था।

8. लालू यादव जेडीयू के इस्तीफे की मांग को बार-बार दरकिनार कर ये कहते रहे कि तेजस्वी यादव ने कोई घोटाला नहीं किया है। वहीं नीतीश की पार्टी जेडीयू ने साफ कर दिया था कि नीतीश कुमार भ्रष्टाचार से कोई समझौता नहीं करेंगे।

9. नीतीश कुमार ने महागठबंधन के विपरीत जाकर नोटबंदी और कोविंद को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने पर एनडीए का समर्थन किया था। लालू यादव ने इसपर नीतीश को ऐतिहासिक गलती ना करने की सलाह दी थी।

10. नीतीश कुमार महागठबंधन में दरार आने के बाद कई बार पीएम नरेंद्र मोदी से मिल चुके थे जिसकों को लेकर लालू यादव ने तीखे बयान दिए थे। लालू यादव ने कहा था पता नहीं नीतीश और बीजेपी के बीच क्या खिचड़ी पक रही है।

नीतीश कुमार के सीएम पद से इस्तीफे के बाद पीएम मोदी ने नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ने के लिए बधाई दी है। नीतीश कुमार को बीजेपी समर्थन देगी।