logo-image

सफाई कर्मचारियों ने जागरुकता फैलाने के लिए अपनाया ऐसा तरीका, जानकर हो जाएंगे हैरान

पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) में काम करने वाले 57 वर्षीय कर्मचारी के दिमाग में पुराने गानों की पैरोडी बनाने का विचार तब आया जब उन्होंने पार्वती इलाके में सुबह की सैर के दौरान ‘पढ़े-लिखे’ लोगों को कूड़े से भरे प्लास्टिक के थैले सड़क पर फेंकते हुए देखा.

Updated on: 18 Nov 2019, 05:32 PM

New Delhi:

पुणे के सफाई कर्मचारी महादेव जाधव सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा न फेंकने के लिए लोगों को हतोत्साहित करने के लिए पुराने बॉलीवुड गानों की पैरोडी बनाते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर खासी ख्याति मिल रही है. पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) में काम करने वाले 57 वर्षीय कर्मचारी के दिमाग में पुराने गानों की पैरोडी बनाने का विचार तब आया जब उन्होंने पार्वती इलाके में सुबह की सैर के दौरान ‘पढ़े-लिखे’ लोगों को कूड़े से भरे प्लास्टिक के थैले सड़क पर फेंकते हुए देखा.

जाधव ने बताया, ‘‘ मुझे गाना गाने और कविताएं लिखने का शौक है. इसलिए मैं अपनी इस रूचि का इस्तेमाल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए कर रहा हूं और लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा नहीं फेंकने के लिए हतोत्साहित कर रहा हूं.’’

यह भी पढ़ें- उत्तर प्रदेश में 30 हजार करोड़ से दौड़ेगी रैपिड मेट्रो, जानें पूरा रोड मैप

पीएमसी के अपशिटष्ट प्रबंधन विभाग में काम करने वाले जाधव का सड़क पर झाड़ू लगाते हुए गाना गाने का वीडियो लोगों का ध्यान खींच रहा है और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. जाधव ने बताया कि एक बार उन्होंने देखा कि अच्छे शिक्षित लोग सुबह की सैर के दौरान सड़क किनारे कूड़ा फेंक रहे थे.

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे उनका यह रवैया देखकर बहुत तकलीफ हुई. मैंने फैसला किया कि मैं इस समस्या को बुनियादी स्तर से खत्म करने के लिए जागरूकता फैलाऊंगा. मैंने हिन्दी गाने ‘कजरा मोहब्बत वाला’ में थोड़ा बदलाव किया और इसे इस तरह से गाया कि ‘कचरा सूखा और गीला, सबने मिला कर डाला, कचरे ने ले ली सबकी जान रे, गौर से सुनिए मेहरबां...’’