महाराष्ट्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसले में बुलढाणा में विश्व प्रसिद्ध लोनार झील के लिए 370 करोड़ रुपये की विकास और संरक्षण परियोजना को मंजूरी दी है। अधिकारियों ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी।
यह पैसा झील के संरक्षण, वहां के जंगलों और वन्यजीवों के संरक्षण, पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाने, एक पुराने मंदिर के जीर्णोद्धार और इसकी अनूठी जैव विविधता की रक्षा के लिए अन्य योजनाओं पर खर्च किया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि इस परियोजना में पर्यटकों और ट्रेकर्स के लिए लोनार झील के आसपास एक फुटपाथ बनेगा और क्षेत्र के कुछ अतिक्रमणकारियों का पुनर्वास होगा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को अपनी कैबिनेट बैठक में परियोजनाओं को मंजूरी दी।
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फरवरी 2021 में लोनार झील का दौरा किया था और 200 करोड़ रुपये की विकास योजना को मंजूरी दी थी, जिसे अब बढ़ाकर 370 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
जून 2020 में, अंडाकार आकार की लोनार झील - (जिसका गठन 50,000 साल पहले एक उल्कापिंड के पृथ्वी से टकराने के बाद हुआ था) ने कुछ जैविक कारणों से अचानक एक चौंकाने वाले गुलाबी रंग में बदल जाने के बाद वैश्विक ध्यान आकर्षित किया, जिससे वैज्ञानिक जांच को बढ़ावा मिला।
लोनार झील ने नवंबर 2020 में एक और उपलब्धि हासिल की जब इसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व के आद्र्रभूमि पर रामसर सम्मेलन द्वारा एक मान्यता प्राप्त स्थल के रूप में घोषित किया गया।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS