भूकंप के झटके से हिला अंडमान द्वीप, रिक्टर स्केल पर इतनी थी तीव्रता
मंगलवार सुबह अंडमान-निकोबार और पोर्ट ब्लेयर में लोगों ने भूकंप के तेज झटके महसूस किए. रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई
highlights
अंडमान द्वीप में लगे भूकंप के झटके
मंगलवार सुबह 6.27 बजे लोगों ने महसूस किए झटके
रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई
नई दिल्ली :
अंडमान द्वीप में आज सुबह लोगों की नींद भूकंप के तेज झटके से खुला. सुबह 6.27 बजे भूकंप (Earthquake) के तेज झटके लोगों ने महसूस किए और डर से अपने घरों से बाहर निकलने लगे. रिएक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई .राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (National Center for Seismology) ने भूकंप की जानकारी दी है. अंडमान-निकोबार और पोर्ट ब्लेयर में लोगों के मन में दहशत बैठ गई है. हालांकि भूकंप के झटके से किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है. ये पहली बार नहीं है जब इस द्वीप पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. यहां आए दिन धरती हिलने से लोग डर जाते हैं.
इससे पहले 13 जुलाई को भी अंडमान द्वीप क्षेत्र में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए थे. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई थी. 3 अगस्त यानी मंगलवार को एक बार फिर से भूकंप के झटके लगने से लोग परेशान है. आज पोर्ट ब्लेयर और अंडमान निकोबार में लोगों ने झटके महसूस किए.
Magnitude 4.3 earthquake hit Portblair, Andaman and Nicobar Islands at 6:27 am today: National Center for Seismology
— ANI (@ANI) August 3, 2021
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देश के कई हिस्सों में आए दिन भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. 7 जुलाई को असम के गोलपाड़ा में बुधवार सुबह 8:45 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.3 बताई थी.
572 छोटे बड़े द्वीपों से मिलकर बना अंडमान द्वीप
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह भारत का एक केन्द्र शासित प्रदेश है. ये बंगाल की खाड़ी के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित है. अण्डमान और निकोबार द्वीप समूह लगभग 572 छोटे बड़े द्वीपों से मिलकर बना है. इसकी राजधानी पोर्ट ब्लेयर है.
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.
कैसे मापा जाता है भूकंप की तीव्रता और क्या है मापने का पैमाना?
भूकंप की जांच रिक्टर स्केल से होती है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है. भूकंप के दौरान धरती के भीतर से जो ऊर्जा निकलती है, उसकी तीव्रता को इससे मापा जाता है. इसी तीव्रता से भूकंप के झटके की भयावहता का अंदाजा होता है.
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