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NN खुलासा 1 : नेपाल के सीमावर्ती जिलों में जिहादी नेटवर्क

नेपाल के सीमावर्ती जिलों रौतहट, पर्सा, कपिलवस्तु, सुनसरी और बारा में ऐसे मदरसे हर दूसरे दिन खड़े हो रहे हैं. विदेशी फंडिंग से खड़े हो रहे ये मदरसे भारत विरोधी गतिविधियों के सेंटर बने हुए हैं.

Updated on: 20 Oct 2020, 03:33 PM

नई दिल्ली:

नेपाल के सीमावर्ती जिलों रौतहट, पर्सा, कपिलवस्तु, सुनसरी और बारा में ऐसे मदरसे हर दूसरे दिन खड़े हो रहे हैं. विदेशी फंडिंग से खड़े हो रहे ये मदरसे भारत विरोधी गतिविधियों के सेंटर बने हुए हैं. दावत-ए-इस्लामिया नेपाल बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मस्जिदें और गेस्ट हाउस बनवा रही है. जिसकी फंडिंग पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन दावत-ए-इस्लामिया से हो रही है. दावत-ए-इस्लामिया का आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा से भी कनेक्शन है. जो नेपाल बॉर्डर के नजदीक इलाकों को टारगेट करने के लिए पाकिस्तान समर्थित मॉड्यूल को शरण दे रहा है.

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दरअसल, नेपाल बॉर्डर भारत के खिलाफ आतंक का नया लॉन्च पैड बना है.! आतंक के इन खुफिया अड्डों का पर्दाफाश करने न्यूज़ नेशन के संवददाता यूपी के महराजगंज से सटे नेपाल के हथियागढ़ गांव भी पहुंचे. जहां धान की खेत के बीचोंबीच बना है यह आलीशान मदरसा. जो पहले से ही भारतीय खुफिया एजेंसियों की रडार पर भी है. नेपाल के सीमावर्ती जिलों रौतहट, पर्सा, कपिलवस्तु, सुनसरी और बारा में ऐसे मदरसे हर दूसरे दिन खड़े हो रहे हैं. विदेशी फंडिंग से खड़े हो रहे ये मदरसे भारत विरोधी गतिविधियों के सेंटर बने हुए हैं.