मध्यप्रदेश में फर्जी दस्तावेजों के सहारे आईएएस कैडर हासिल करने वाले संतोष वर्मा को इंदौर की जिला अदालत ने 14 जुलाई तक की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। वर्मा को शनिवार की देर रात को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, वर्मा पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे पदोन्नति पाने का आरोप है। वर्मा ने आईएएस कैडर अलॉट होने पर डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी के लिए विशेष जज विजेंद्र रावत के फर्जी दस्तखत कर रिपोर्ट तैयार की थी । वर्मा नगरीय प्रशासन विभाग में भोपाल में तैनात थे। उन पर एक महिला ने शादी का झांसा देकर ज्यादती करने का आरोप लगाया था।
पुलिस के अनुसार, वर्मा ने 7 अक्टूबर 2020 को जिला कोर्ट से बनी हुई सर्टिफाइट कॉपी भोपाल मुख्यालय में प्रस्तुत की थी, जिसमें कहा गया था कि इंदौर के लसूड़िया थाने में जिस महिला ने उनके खिलाफ शादी का झांसा देने की शिकायत की थी उस प्रकरण का खात्मा हो चुका है। न्यायालय की सर्टिफाइड कॉपी के आधार पर ही उनका आईएस के प्रमोशन की सूची में नाम आया था। जिस तारीख को सर्टिफाइड कॉपी मुख्यालय भोपाल में जमा कराई गई थी उस दिन न्यायालय के न्यायाधीश बैठक में ही नहीं थे।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS