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मप्र : कांग्रेस की बैठक में यादव बंधुओं की गैरहाजिरी से सियासी हलचल तेज

मप्र : कांग्रेस की बैठक में यादव बंधुओं की गैरहाजिरी से सियासी हलचल तेज

Updated on: 30 Jul 2021, 10:40 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश की कांग्रेस ने इन दिनों हलचल है और इसकी बड़ी वजह प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक की मौजूदगी में बुलाई गई बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और उनके भाई विधायक सचिन यादव के न पहुंचने की है।

राज्य में आगामी समय में तीन विधानसभा क्षेत्रों और एक लोकसभा में उपचुनाव होना है। कांग्रेस इन क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की खोज में लगी हुई है, तो वही चुनाव की तैयारी को लेकर संबंधित क्षेत्रों के पदाधिकारियों और नेताओं को भोपाल बुलाया गया था। प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक की मौजूदगी में हुई इस बैठक में खंडवा लोकसभा क्षेत्र के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव और उनके छोटे भाई विधायक सचिन यादव नहीं पहुंचे।

यादव बंधु मध्य प्रदेश में सहकारिता के बड़े नेता माने जाने वाले और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुभाष यादव के पुत्र हैं। यादव बंधुओं के बैठक में न पहुंचने से सियासी कयास बाजी तेज हो गई है, तो वहीं कांग्रेस के अंदर भी हलचल पैदा है। कांग्रेस का कोई भी नेता इस मसले पर बहुत ज्यादा बोलने को तैयार नहीं है, मगर पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के एक बयान ने कयासों को हवा देने का काम जरूर किया है।

वर्मा का कहना है कि अरुण यादव के कई कॉलेज हैं और एक हजार एकड़ जमीन है वह खेती में व्यस्त रहते हैं, तो राजनीति की खेती करो या खेत में खेती करो बराबर है।

यादव बंधुओं के बैठक में न पहुंचने पर भाजपा भी चुटकी ले रही है। राज्य के गृहमत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, कमल नाथ ने कांग्रेस में ओबीसी के बड़े नेता अरुण यादव पर हमले के लिए सज्जन सिंह वर्मा के कंधे का इस्तेमाल किया है। इससे उनकी और कांग्रेस की ओबीसी विरोधी सोच उजागर हो गई है। वर्मा ने यादव को भूमाफिया भी साबित करने की कोशिश की है।

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