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कनाडा से वापस आई 100 वर्ष पुरानी मां अन्नपूर्णा की मूर्ति, काशी विश्वनाथ में होगी स्थापित

इस प्रतिमा को 18 वीं शताब्दी का बताया जा रहा है, मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से वापस भारत आई है.

Updated on: 11 Nov 2021, 10:55 AM

highlights

  • प्रतिमा 1913 में काशी के एक घाट से चुरा ली गई थी
  • मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना विश्वविद्यालय के संग्रह का भाग थी मूर्ति
  • मां अन्नपूर्णा  का 18 जिलों में भक्तों को दर्शन कराया जाएगा

नई दिल्ली:

भारत से लगभग सौ साल पहले चोरी हुई मां अन्नपूर्णा (Maa Annapurna Idol) की मूर्ति को वापस लाया गया है. गुरुवार को यानी आज इस मूर्ति को यूपी सरकार को सौंपा जाएगा। इसे 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath Temple) मंदिर में स्थापित किया जाएगा. इस प्रतिमा में मां अन्नपूर्णा के एक हाथ में खीर की कटोरी और एक चम्मच को देखा जा सकता है। इस प्रतिमा को 18 वीं शताब्दी का बताया जा रहा है. प्रतिमा 1913 में काशी के एक घाट से चुरा ली गई थी, इसे कनाडा ले जाया गया. यहां पर यह मैकेंजी आर्ट गैलरी में रेजिना विश्वविद्यालय के संग्रह का भाग थी। इस मूर्ति की वसीयत 1936 में नॉर्मन मैकेंज़ी द्वारा करवाई गई और गैलरी के संग्रह से जोड़ा गया था. इस दौरान दिल्ली में कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री हरिदीप सिंह पुरी और मिनाक्षी लेखी ने मां  अन्नपूर्णना की वंदना की। कार्यक्रम में विशिष्ठ अ​तिथि शामिल हुए. 

कैसे वापस मिली ये मूर्ति?

यह मामला उस समय सामने आया, जब इस साल गैलरी में एक आगामी प्रदर्शनी की तैयारी चल रही थी. इसी दौरान कलाकार दिव्या मेहरा ने इसे पहचान लिया. उन्होंने इस मुद्दे को उठाया और सरकार को इससे अवगत कराया. रेजिना विश्वविद्यालय के अंतरिम अध्यक्ष व कुलपति थॉमस चेस ने यह मूर्ति भारत के उच्चायुक्त अजय बिसारिया को सौंपी. 

18 जिलों में भक्तों को दर्शन कराया जाएगा

यह प्रतिमा 11 नवंबर को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को सौंपने के बाद पुनर्स्थापना यात्रा के माध्यम से मां अन्नपूर्णा  का 18 जिलों में भक्तों को दर्शन कराया जाएगा. इसके बाद ये 14 नवंबर को काशी पहुंचेगी। अगले दिन (15 नवंबर) देवोत्थान एकादशी के खास मौके पर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नवीन परिसर में सीएम योगी आदित्यनाथ पूरे विधि-विधान से प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा करेंगे.