दिल्‍ली के प्रदूषण से फेफड़े ही नहीं, गायकों के सुर भी बिगड़ रहे हैं

सदन में शून्यकाल के दौरान हंस ने कहा कि दिल्ली में कई नामी कलाकार रहते हैं जिनके गले खराब हैं. ‘राग दरबारी’ के लिए संकट पैदा हो गया है.

सदन में शून्यकाल के दौरान हंस ने कहा कि दिल्ली में कई नामी कलाकार रहते हैं जिनके गले खराब हैं. ‘राग दरबारी’ के लिए संकट पैदा हो गया है.

author-image
Drigraj Madheshia
New Update
दिल्‍ली के प्रदूषण से फेफड़े ही नहीं, गायकों के सुर भी बिगड़ रहे हैं

लोकसभा उठा प्रदूषण का मुद्दा( Photo Credit : PTI)

राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण से आम आदमी ही नहीं बल्कि ‘‘सुर-संगीत’’ पर पड़ने वाले असर की ओर ध्यान दिलाते हुए पंजाब के प्रसिद्ध गायक एवं बीजेपी सांसद हंसराज हंस ने लोकसभा में सोमवार को मांग की कि राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले कई नामी गायक एवं कलाकारों के ‘सुर-संगीत’ की रक्षा होनी चाहिए. सदन में शून्यकाल के दौरान हंस ने कहा कि दिल्ली में कई नामी कलाकार रहते हैं जिनके गले खराब हैं. ‘राग दरबारी’ के लिए संकट पैदा हो गया है.

Advertisment

इनके ‘सुर-संगीत’ के बचाव के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदूषण के इस पक्ष की ओर भी सभी लोगों को गौर करना चाहिए. जदयू के कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि मौसम के बदलते मिजाज को कैसे ठीक किया जाए, इस पर सदन को चर्चा करनी चाहिए. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले ने शून्यकाल में महाराष्ट्र में किसानों की समस्याओं का उल्लेख करते हुए किसानों का पूरा कर्ज माफ करने की मांग की. तेदेपा के जयदेव गल्ला ने आंध्र प्रदेश में मीडिया से जुड़े आंध्र प्रदेश सरकार के शासनादेश का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला किया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः देर रात खाना खाने की आदत अभी बदल डालें वर्ना...

बीजेपी के अरूण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से हवाई सेवाएं आरंभ करनी चाहिए. तृणमूल कांग्रेस की प्रतिमा मंडल ने शून्यकाल में सुझाव दिया कि देश में लोगों के कामकाज के घंटों को कम किया जाना चाहिए ताकि लोगों को तनाव से राहत मिल सके और उत्पादकता भी बढ़ सके. बीजेपी के सुरेश कश्यप, राजू बिष्टा, संजय सेठ, देवजी पटेल, नारायणभाई कछाड़िया, अजय मिश्रा और भारती पवार, कांग्रेस के विष्णु प्रसाद, बीजू जनता दल के रमेश चंद्र मांझी और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की गीता विश्वनाथ ने अपने अपने क्षेत्रों से जुड़े मुद्दे उठाए. 

Source : Bhasha

Parliament Winter Session
      
Advertisment