लखनऊ के चिड़ियाघर ने 12 घड़ियाल शिशुओं का स्वागत किया है। इसमें खास बात यह है कि, चिड़ियाघर के इतिहास में यह पहली बार है जब घड़ियाल शिशुओं का जन्म हुआ है।
इनकी मां को करीब 22 साल पहले कुकरैल घड़ियाल रिजर्व से सिटी जू लाया गया था।
उनके जन्म ने घड़ियालों की संख्या सात से बढ़ाकर 19 कर दी है।
चिड़ियाघर में पहले से मौजूद सात घड़ियालों में से तीन नर हैं, तीन किशोर वय के और एक मादा है।
मादा घड़ियाल अपने अंडे तालाब के आसपास की जमीन में गाड़ देती हैं और दो-तीन महीने तक उनकी रखवाली करती है।
अंडे से निकलते ही घड़ियाल के बच्चे चहकने लगते हैं। मां मिट्टी खोदकर घोंसला बनाती है और तालाब का पानी अपने मुंह में भरकर बच्चों के मुंह में डालती है।
चिड़ियाघर के सहायक निदेशक, उत्कर्ष शुक्ला ने कहा, शिशुओं की कुल संख्या की पुष्टि केवल गर्मी के मौसम में की जाएगी, जब सभी घड़ियाल पानी से बाहर निकलते हैं और सर्दियों के दौरान अपने शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए धूप में रहते हैं। शिशुओं में से कुछ अभी भी भूमि में हैं, जबकि अन्य पानी में हैं।
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Source : IANS