लखनऊ: एप्पल के एरिया मैनेजर की कथित हत्या को लेकर दोनों पुलिसकर्मी बर्खास्त
आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. दोनों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है वहीं, इस मामले में उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस वाले ने एक 38 साल के शख्स की कथित तौर पर गोली मार दी. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक शख्स को गोली इसलिए मारी गई क्योंकि चेकिंग के दौरान उसने अपनी कार रोकने से मना कर दिया. बताया जा रहा है कि घटना शुक्रवार रात 1.30 बजे की है. घटना गोमती नगर एक्सटेंशन इलाके की है.
बताया जा रहा है कि कार के चालक की पहचान विवेक तिवारी के रूप में हुई है. गोली लगने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मृतक विवेक एप्पल कंपनी का एरिया मैनेजर था.
आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. दोनों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है वहीं, इस मामले में उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और एसपी क्राइम की निगरानी में एसआईटी गठित कर दी गई है.
राज्य के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने हत्या को लेकर कहा कि यह दुखद घटना है. उन्होंने बताया कि दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराई जाएगी. दूसरी तरफ मृतक के परिजनों ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
गोरखपुर में पत्रकारों से बातचीत में योगी ने कहा, 'लखनऊ में कोई एनकाउंटर नहीं हुआ है। पूरे मामले के संबंध में डीजीपी को निर्देश दिया गया है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.'
राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश सिंह ने विवेक हत्याकांड को लेकर स्वीकार किया कि पुलिसकर्मियों ने कानून हाथ में लिया है.
उन्होंने कहा, 'दोनों पुलिसकर्मियों ने गलती की है. इसीलिए उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें जेल भेजा जाएगा.' डीजीपी ने यह भी कहा कि शाम तक दोनों सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया जाएगा.
इसे भी पढ़ेंः परिजनों ने की CBI जांच की मांग, मुख्यमंत्री योगी ने दिया कार्रवाई का भरोसा
इस बीच, मृतक विवेक तिवारी के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मिलने की मांग को लेकर धरना शुरू कर दिया है. तिवारी की पत्नी ने कहा है कि वह खुद मुख्यमंत्री योगी से मिलना चाहती हैं. उन्होंने कहा, 'यूपी की पुलिस इस तरह किसी की हत्या कैसे कर सकती है.'
उन्होंने कहा कि जबतक मुख्यमंत्री मिलने नहीं आएंगे, तब तक विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. परिजनों ने एक करोड़ रुपये मुआवजा और विवेक तिवारी की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने और पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
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