2 दिन नहीं अब सिर्फ 50 मिनट में हो जाएगा कोरोना वायरस का टेस्ट

जिस कोरोना वायरस (Corona Virus) ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है उससे लड़ने के लिए वैज्ञानिक हर रोज शोध कर रहे हैं. लगातार हो रहे शोध के कई नए परिणाम निकल कर आ रहे हैं. ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने भी कोरोना वायरस को लेकर एक नई खोज कर डाली है.

जिस कोरोना वायरस (Corona Virus) ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है उससे लड़ने के लिए वैज्ञानिक हर रोज शोध कर रहे हैं. लगातार हो रहे शोध के कई नए परिणाम निकल कर आ रहे हैं. ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने भी कोरोना वायरस को लेकर एक नई खोज कर डाली है.

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Yogendra Mishra
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कोरोना वायरस टेस्ट किट।( Photo Credit : फाइल फोटो)

जिस कोरोना वायरस (Corona Virus) ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है उससे लड़ने के लिए वैज्ञानिक हर रोज शोध कर रहे हैं. लगातार हो रहे शोध के कई नए परिणाम निकल कर आ रहे हैं. ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने भी कोरोना वायरस को लेकर एक नई खोज कर डाली है. शोधकर्ताओं ने एक पोर्टेबल स्मार्टफोन बेस्ड कोरोना वायरस टेस्ट किट तैयार की है. शोधकर्ताओं का दावा है कि टेस्ट किट गले में खराश होने के केवल 50 मिनट के भीतर ही COVID-19 का रिजल्ट दे देगी.

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मौजूदा समय में कोरोना वायरस की जो टेस्ट किट उपलब्ध है उसका रिजल्ट आने में 24-48 घंटे लगते हैं. क्योंकि उन्हें लैब में भेजने की आवश्यक्ता होती है. ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया (EUA) के शोधकर्ताओं ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के लिए रोल आउट किए जाने के लिए दो हफ्ते में यह किट तैयार की है.

उन्होंने कहा कि मॉलिक्यूलर टेस्ट का उपयोग एक समय में 16 नमूनों की जांच के लिए हो सकता है. अगर लैब बेस्ड डिटेक्शन मशीन का उपयोग कर रहे हैं तो एक साथ 384 नमूनों की जांच हो सकती है.

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शोधकर्ताओं ने इस टेस्ट किट का मकसद बताया है कि सेल्फ आइसोलेट चिकित्सा कर्मचारी जल्द से जल्द काम पर लौट सकें. UEA के शोधकर्ताओं ने कहा कि यह टेस्टकिट यह भी सुनिश्चित करेगा कि काम करने वाले लोग वायरस नहीं फैला रहे हैं.

2 हफ्तों में अस्पताल पहुंच सकता है किट

UEA के नॉर्विच मेडिकल स्कूल के शोधकर्ता जस्टिन ओ'ग्राडी ने बताया कि इसके पीछे का विचार यह है कि हमें NHS कर्मचारियों का अधिक तेजी से परीक्षण करने की आवश्यक्ता है. ऐसे में वह काम पर आ सकेंगे. अगर वह घर पर ही रहेंगे तो यह संभावित रूप में बहुत कमजोर रोगियों के लिए जोखिम भरा होगा.

ओ ग्राडी ने कहा, 'हम इस पर बहुत तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं और उम्मीद करते हैं कि इसे लगभग दो हफ्तों में अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा.'

Source : News Nation Bureau

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