ये है मेनका गांधी के विकास का फॉर्मूला- 'जहां ज्यादा वोट मिले वो A कैटेगरी में, जहां से हारो वो D कैटेगरी में'
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के प्रचार में जुटे नेता लगातार विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से BJP प्रत्याशी मेनका गांधी (Maneka Gandhi) ने लोगों से वोट मांगने का एक अजीबोगरीब फॉर्मूला अपनाया है.
नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के प्रचार में जुटे नेता लगातार विवादित बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं. केंद्रीय मंत्री और सुल्तानपुर से BJP प्रत्याशी मेनका गांधी (Maneka Gandhi) ने लोगों से वोट मांगने का एक अजीबोगरीब फॉर्मूला अपनाया है. केंद्रीय मंत्री ने जितना वोट उतना विकास का फॉर्मूला मतदाताओं के सामने रखा है.
उन्होंने इसौली विधानसभा के रसूलपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अपना चुनावी फार्मूला बताया. मेनका ने कहा कि मैने अपना एक अलग मापदंड बनाया है, जिसके मुताबिक जिस गांव में जितने वोट मिलेंगे उस गांव में उतना ही विकास होगा. विकास का मापदंड A,B,C और D कैटेगरी से होगा.
मेनका ने कहा कि जिस गांव से 80 प्रतिशत वोट मिलेंगे उस गांव को A कैटेगरी में रखा जाएगा. जहां से 60 प्रतिशत वोट मिलेंगे उसे B कैटेगरी में, जहां 50 प्रतिशत वोट मिलेंगे उसे C कैटेगरी में और जहां 50 प्रतिशत से कम वोट मिलेंगे या जहां से हारती हूं उसे D कैटेगरी में रखा जाएगा.
मेनका गांधी ने कहा कि उसके बाद जब विकास का काम होगा तो भी मैं इसी क्रम में करूंगी. A कैटेगरी वाले का सबसे पहले और सबसे ज्यादा विकास होगा, B वाले का उसके बाद और अंत में D कैटेगरी के गांव का विकास होगा.
मुस्लिम मतदाताओं का काम न करने को कहा
मेनका ने 11 अप्रैल को मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र तूराबखानी में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. यहां उन्होंने लोगों से कहा कि ''मैं लोगों के प्यार और सहयोग से जीत रही हूं. मेरी जीत तय है. लेकिन मेरी यह जीत अगर मुस्लिमों के बिना होगी तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा. क्योंकि फिर दिल खट्टा हो जाता है. फिर मुसलमान आता है काम करवाने के लिए तो मैं भी सोचती हूं कि रहने ही दो, क्या फर्क पड़ता है. आखिर नौकरी भी तो सौदेबाजी ही है, बात सही है या नहीं ''
चुनाव आयोग का कारण बताओ नोटिस
सुल्तानपुर जिले के चुनाव अधिकारी ने मेनका गांधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. दिल्ली में चुनाव आयोग भी मेनका के भाषण का परीक्षण कर रहा है. जिला स्तर से थमाए गए नोटिस का मेनका को तीन दिन के भीतर जवाब देना है.
मेनका ने अपने भाषण पर दी सफाई
हालांकि बाद में विवाद बढ़ने पर मेनका गांधी ने अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा कि मीडिया ने उनके भाषण की बस एक लाइन को निकाल कर दिखाया है. वह भी आधी अधूरी है. उन्होंने दावा किया है कि उनकी पूरी स्पीच प्यार से भरी थी.
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