BJP ने क्यों एक सांसद वाली पार्टी को लोकसभा चुनाव में दे दीं पांच सीटें? जानें

खुद को मोदी का हनुमान करार दे चुके चिराग पासवान की भाजपा से बढ़ती नजदीकियां सुर्खियां बनी हुई है. अपने चाचा पशुपत‍ि पारस से र‍िश्तों में आई तल्खी के बीच भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान पर बड़ा दांव लगाया है.

खुद को मोदी का हनुमान करार दे चुके चिराग पासवान की भाजपा से बढ़ती नजदीकियां सुर्खियां बनी हुई है. अपने चाचा पशुपत‍ि पारस से र‍िश्तों में आई तल्खी के बीच भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान पर बड़ा दांव लगाया है.

author-image
Sourabh Dubey
एडिट
New Update
Bihar Politics

Bihar Politics( Photo Credit : social media)

खुद को मोदी का हनुमान करार दे चुके चिराग पासवान की भाजपा से बढ़ती नजदीकियां सुर्खियां बनी हुई हैं. अपने चाचा पशुपत‍ि पारस से र‍िश्तों में आई तल्खी के बीच भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चिराग पासवान पर बड़ा दांव लगाया है. बिहार के इस सियासी सिनेमा में चाचा पशुपति पारस को विलेन करार देते हुए, पार्टी आलाकमान ने चिराग को फिल्म का लीड 'हीरो' बना दिया है. यानि एक सांसद वाली लोक जलशक्ति पार्टी (रामविलास) को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए 5 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की जिम्मेदारी दी है. वहीं चाचा पारस को किनारे लगाते हुए उनकी पांच सांसदों वाली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एक भी सीट लड़ने के लिए नहीं दी है.. मगर यहां सवाल है कि, आखिर ऐसा क्यों? 

बिहार विधानसभा 2020 नतीजों पर एक नजर

Advertisment

इस सवाल के जवाब के लिए चलिए बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के कुछ आंकड़ों पर गौर करते हैं.. तो दरअसल भले ही पासवान की पार्टी इस चुनाव में सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल कर सकी, मगर उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी के खिलाफ जिस तरह से उम्मीदवार खड़े किए, उसने जनता दल यूनाइटेड को बिहार में पहले नंबर की पार्टी से तीसरे नंबर की पार्टी के पायदान पर ला खड़ा किया. 

आंकड़ों पर गौर करें तो, साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में ऐसी कम से कम 120 सीट थीं, जहां वोट कटवा पार्टी या उम्मीदवारों ने दूसरे स्थान पर मौजूद उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचा. इन चुनावों में लोक जनशक्ति पार्टी ने 134 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे. खास बात ये है कि, 120 सीट में 54 सीट पर पासवान की पार्टी ने ही दूसरे स्थान पर आने वाले उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा था.

वहीं 54 सीटों पर तीसरे नंबर पर लोजपा आई थी, जिसके उम्मीदवार को पहले और दूसरे स्थान वाले उम्मीदवारों के जीत के अंतर से अधिक वोट हासिल हुए थे. इससे स्पष्ट था कि, लोक जनशक्ति पार्टी के इन 54 उम्मीदवारों के वोट अगर दूसरे स्थान वाले उम्मीदवार को प्राप्त होते, तो फिर चुनावी बाजी करवट ले सकती थी.

चुनावी आंकड़े बताते हैं कि, 2020 के विधानसभा चुनाव में 25 सीट ऐसी थीं, जहां पर दूसरे नंबर पर जनता दल यूनाइटेड आई थी. वहीं लोजपा उम्मीदवार को पहले और दूसरे स्थान वाले उम्मीदवार के जीत के अंतर से अधिक वोट मिले थे. वहीं 12 सीट ऐसी थीं, जहां लोक जलशक्ति पार्टी ने राजद को नुकसान पहुंचा और 10 सीटों पर कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया.

Source : News Nation Bureau

Chirag Paswan JDU Lok Sabha Elections
Advertisment