SC/ST Act के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि इस मामले पर राजनीति नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी दलों को मिलकर विचार विमर्श करना चाहिए। कानून में संशोधनों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, 'सभी राजनीतिक दलों को इस विषय में मिलकर विचार-विमर्श करना चाहिए। इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जा सकती, क्योंकि कानून का मूल स्वरूप बरकरार रखने के लिये संसद में सभी पार्टियों ने मतदान किया था।'
उन्होंने कहा, 'कानून बनाना तो संसद का काम है लेकिन सभी सांसदों को मिलकर इस संबंध में सोचना चाहिए। इस विचार-विमर्श के लिए उचित वातावरण बनाना समाज के सभी लोगों की जिम्मेदारी है।' महाजन ने कहा कि मैं एक छोटी सी 'मनावैज्ञानिक कहानी' के जरिए अपनी बात को समझाना चाहूंगी।
उन्होंने कहा, 'मान लीजिये कि अगर मैंने अपने बेटे के हाथ में बड़ी चॉकलेट दे दी और मुझे बाद में लगा कि इतनी बड़ी चॉकलेट उसके लिये अच्छा नहीं होगा। अब आप बच्चे के हाथ से वह चॉकलेट जबर्दस्ती लेना चाहें, तो आप इसे नहीं ले सकते। ऐसा करने पर वह नाराज होगा, रोएगा। मगर समझदार लोग बच्चे को समझा-बुझाकर उससे चॉकलेट ले सकते हैं।'
इस दौरान उन्होंने कहा, 'किसी व्यक्ति को दी हुई चीज अगर कोई तुरंत छीनना चाहें तो विस्फोट हो सकता है।' उन्होंने जोर देते हुए कहा कि समय के हिसाब से कानूनी बदलावों पर विचार किया जा सकता है।
लोकसभा स्पीकर ने कहा, 'यह सामाजिक स्थिति ठीक नहीं है कि पहले एक तबके पर अन्याय किया गया था, तो इसकी बराबरी करने के लिये अन्य तबके पर भी अन्याय किया जाये।'
Source : News Nation Bureau