लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों ने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. सीपीआई ने भी अपनी पहली सूची जारी कर दी है, लेकिन इसमें जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को नाम शामिल नहीं है. यह इस और इशारा करता है कि बिहार में आरजेडी के साथ सीट बंटवारे संबंधी बातचीत में लेकर गतिरोध है. लेफ्ट पार्टी ने आगामी चुनावों में 24 राज्यों में 53 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है और 15 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है.
सीपीआई नेता डी राजा का कहना है कि आरजेडी के साथ बातचीत जारी है. कन्हैया कुमार पर बातचीत पूरी होने के बाद कोई फैसला लिया जाएगा. उन्होने कहा कि राज्य और प्रदेश इकाइयों, दोनों ने उनके लिए एक सीट चुनी है और हमें देखना होगा कि आरजेडी के साथ बातचीत के क्या नतीजे निकलते हैं. उन्होंने संकेत दिया कि अगर आरजेडी उनकी मांगों को नहीं मानती है तो उनकी पार्टी नये सिरे से विचार करेगी. कन्हैया कुमार के लिए सीपीआई ने बेगुसराय सीट की मांग की है. सूत्रों का कहना है कि आरजेडी प्रमुख लालू यादव कन्हैया कुमार को सीट दिए जाने के खिलाफ हैं. कन्हैया भूमिहार जाति के है और यह पार्टी के पक्ष में नहीं जाएगी. साथ ही आरजेडी का मानना है कि बिहार में एकमात्र लेफ्ट पार्टी जिसकी मौजूदगी और जनाधार ठीक-ठाक है, वह सीपीआई (एमएल) है.
वामपंथियों का गढ़ माने जाने वाले बेगूसराय से वर्तमान में सांसद बीजेपी के वरिष्ठ नेता भोला सिंह हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन दूसरे और सीपीआई उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद सिंह, जेडी (यू) के समर्थन से तीसरे स्थान पर रहे थे.
Source : News Nation Bureau