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Lok Sabha Elections: पहले चरण का काउंटडाउन शुरू... दांव पर मोदी के इन 8 मंत्रियों की प्रतिष्ठा

भारत लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए तैयार है, जिसमें शुक्रवार 19 अप्रैल की तारीख को 102 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है.

Updated on: 18 Apr 2024, 04:10 PM

नई दिल्ली:

भारत लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए तैयार है, जिसमें शुक्रवार 19 अप्रैल की तारीख को 102 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान होना है. राजनीतिक पंडितों की मानें तो, पहला चरण निर्णायक होगा, क्योंकि इसमें भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन के कई राजनीतिक दिग्गजों का भाग्य अधर में लटका हुआ है. खासतौर पर मोदी सरकार के आठ केंद्रीय मंत्रियों को इस चुनावी शुरुआत में अपनी अग्निपरीक्षा का सामना करना पड़ रहा है. चलिए जानते हैं कि, किस हाईप्रोफाइल सीटों पर सभी की निगाहें रहेंगी...

1. जीतेन्द्र सिंह

जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह लगातार तीसरी जीत के लिए उधमपुर से चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस के चौधरी लाल सिंह उनके खिलाफ मैदान में उतरे हैं. अगर सिंह इस बार भी विजय प्राप्त करने में कामयाब रहते हैं, तो ये सिंह की जीत की हैट्रिक होगी. 

2. किरण रिजिजू

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू अरुणाचल पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, जो 2004 से सांसद हैं. उनके प्रतिद्वंद्वी पूर्व मुख्यमंत्री और अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष नबाम तुकी हैं, जो रिजिजू के लिए कठिन चुनौतियां पेश कर रहे हैं.

3. संजीव बालियान

उत्तर प्रदेश के हाई-प्रोफाइल मुजफ्फरनगर में, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान अपनी तीसरी चुनावी लड़ाई में खुद को मुश्किल स्थिति में पाते हैं, उनके खिलाफ मैदान में एसपी के जाट नेता हरेंद्र मलिक और बीएसपी के सिंह प्रजापति उतरे हैं. 2014 और 2019 में बालियान की पिछली सफलताओं को अब एक दिलचस्प चुनावी लड़ाई से चुनौती मिल रही है, जिसमें कथित तौर पर ठाकुर मतदाता असंतुष्ट हैं और जाट वोटों में संभावित विभाजन है, जबकि मुस्लिम मतदाता सपा के साथ एकजुट दिख रहे हैं.

4. सोनोवाल

असम के डिब्रूगढ़ में केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री रामेश्वर तेली की जगह केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल चुनावी मैदान में उतरे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के मनोज धनोवार से है, जिसके नतीजों से यह तय होगा कि सोनोवाल जीत का झंडा फहरा पाएंगे या नहीं.

5. एल मुरुगन

तमिलनाडु के नीलगिरी निर्वाचन क्षेत्र में मोदी सरकार के मंत्री एल मुरुगन मैदान में हैं, उनके खिलाफ डीएमके के पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा चुनावी मैदान में हैं. बता दें कि, राजा इस सीट से लगातार जीतते रहे हैं.

6. भूपेन्द्र यादव

राजस्थान की अलवर सीट पहले चरण की हाई-प्रोफाइल सीट मानी जा रही है. बीजेपी के प्रमुख नेता और केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं, कांग्रेस विधायक ललित यादव उन्हें चुनौती दे रहे हैं. 2019 में बाबा बालक नाथ की जीत के बाद, भाजपा ने अब भूपेन्द्र यादव को नामांकित किया है, जिससे मुकाबला विशेष रूप से दिलचस्प हो गया है क्योंकि दोनों पार्टियों ने यादव उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है.

7. अर्जुन राम मेघवाल

राजस्थान में बीकानेर के आरक्षित एससी निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल चौथे कार्यकाल के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जिनका विरोध कांग्रेस के पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल कर रहे हैं, जो मेघवाल बनाम मेघवाल मुकाबले के लिए मंच तैयार कर रहा है. तीन जीतों के साथ, यह चुनाव अर्जुन राम मेघवाल के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है.

8. नितिन गडकरी

महाराष्ट्र के नागपुर में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी तीसरी बार मैदान में हैं, उन्हें कांग्रेस के विकास ठाकरे से चुनौती मिल रही है. गडकरी ने इससे पहले 2014 में सात बार के सांसद विलास मुत्तेमवार को 284,000 वोटों के अंतर से हराया था और 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार नाना पटोले को 216,000 वोटों से हराया था. इस साल, वह जीत की हैट्रिक हासिल करने के लिए तैयार हैं, हालांकि विपक्ष ने सामूहिक रूप से विकास ठाकरे को मैदान में उतारा है.