भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लोकसभा चुनाव के लिए अपने चुनावी घोषणापत्र को अंतिम रूप देने से पहले मतदाताओं से सुझाव मांगने के लिए एक अभियान की शुरुआत की. इस अभियान के तहत देश भर के 10 करोड़ परिवारों से उनके सुझाव और साथ ही 'नए भारत' के प्रति उनकी उम्मीदों के बारे में पूछा जाएगा.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अशोका होटल में 'भारत के मन की बात, मोदी के साथ' अभियान की शुरूआत की गई.
शाह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'यह भारत की चुनावी प्रक्रिया के इतिहास में एक अनूठा अभियान है. इस अभियान के माध्यम से भाजपा जनता तक पहुंचेगी और 10 करोड़ परिवारों से संपर्क कर उनके सुझाव मांगेगी.' उन्होंने कहा कि महीने भर चलने वाले इस अभियान के जरिए 'नए भारत' के प्रति मतदाताओं की उम्मीदों को जानने की कोशिश की जाएगी.
शाह ने कहा कि 300 से अधिक वाहन पूरे देश में घूम-घूमकर 4,000 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों से उनकी राय मांगेगे. व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से भी सुझाव मांगे जाएंगे. शाह ने कहा कि घोषणापत्र को पहले हल्के में लिया जाता था और अब भाजपा उस धारणा को बदलना चाहती है.
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उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य घोषणापत्र को तैयार करने की प्रक्रिया का लोकतंत्रीकरण करना है. राजनाथ सिंह ने कहा कि स्वतंत्र भारत में ऐसा कोई अभियान कभी नहीं चलाया गया है. उन्होंने 12 क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार की है जहां पार्टी घोषणापत्र तैयार करते समय अपना ध्यान केंद्रित करेगी.
Source : IANS