भारतीय रेलवे में यात्रियों को परोसे जाने वाले खाने को लेकर बार-बार चेताया जा रहा है। इसके बावजूद लगता है भारतीय रेलवे इससे कोई सीख नहीं ले रहा।
मंगलवार को कोलकाता से दिल्ली आ रही ट्रेन पूर्वा एक्सप्रेस के एक यात्री को खाना में छिपकली मिली थी। जिसके बाद यात्री ने ट्विटर के ज़रिए रेल मंत्री से इस बारे में शिकायत की।
पूर्वा एक्सप्रेस के इस यात्री ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से इसकी शिकायत करते हुए खाने में छिपकली पाए जाने वाली तस्वीर उनके ट्विटर अकाउंट पर साझा की है।
इस घटना पर बुधवार को दानापुर डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) किशोर कुमार ने कहा, 'दानापुर डिविज़न में यात्री का चेक-अप कराया गया था, साथ ही दवाई भी दी गई। इस मामले की जांच हो रही है, रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।'
वहीं यात्री का कहना है, 'मैने मोकामा जंक्शन में खाना ऑर्डर किया था। इस बारे में टीटीई, कैंटीन मैनेजर और रेल मंत्रालय (ट्विटर के ज़रिए) से भी शिकायत की। मुझे दवाई बहुत देर के बाद दी गई थी।'
बता दें कि हाल ही में कम्पट्रोलर ऑडिटर जनरल (CAG) की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि भारतीय रेलवे में यात्रियों को परोसे जाने वाला खाना इंसानों के खाने लायक नहीं है।
रेलवे में गंदगी का आतंक, खाने लायक नहीं है खाना, सीएजी की रिपोर्ट में खुलासा
ऑडिट रिपोर्ट में लिखा है, 'पेय पदार्थों को तैयार करने के लिए नल से सीधे अशुद्ध पानी लेकर इस्तेमाल किया जा रहा था। कूड़ेदान ढके नहीं हुए थे और उनकी नियमित अंतराल पर सफाई नहीं हो रही थी। खाने की चीजों को मक्खी, कीड़ों और धूल से बचाने के लिए उन्हें ढककर नहीं रखा जा रहा था। इसके अलावा, ट्रेनों में चूहे, कॉकरोच पाए गए।'
रेलवे की कैटरिंग सर्विस पर आई यह सीएजी की ऑडिट रिपोर्ट संसद में भी पेश की जाने वाली है।
इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डब्बाबंद और बोतलबंद चीजें भी एक्सपायरी डेट निकल जाने के बावजूद भी बेची जा रही है और यात्री अनजाने में इन चीज़ों को खा रहे हैं। यही नहीं, CAG की रिपोर्ट बताती है कि अनाधिकृत ब्रांड की पानी की बोतलें भी धड़ल्ले से रेलवे स्टेशनों और रेल में बेची जा रही हैं।
सुपरफास्ट ट्रेन में चार्ज के नाम पर वसूला गया 11 करोड़, लेकिन 95 फीसदी समय होती है लेट: सीएजी
Source : News Nation Bureau