शीतकालीन सत्र के हंगामें की भेंट चढ़ जाने के कारण कई बिल संसद में लंबित पड़े हैं। संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया। बैठक की जानकारी देते हुए संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने बताया कि बैठक में पीएम ने डिजिटल अर्थव्यवस्था पर जोर दिया।
लाइव अपडेट
- पीएम ने देश के लोगों से अपील की है कि डिजिटल इकोनॉमी को जीवन का हिस्सा बनाए, इससे पारदर्शिता आएगी- अनंत कुमार, केंद्रीय मंत्री
- पीएम ने कहा, पहले कांग्रेस जब सत्ता में थी तो घोटाले करती थी और आज काला धन के बचाव मे उतर गई है।- अनंत कुमार, केंद्रीय मंत्री
- पीएम ने कहा आज 16 तारीख़ है आज ही के दिन बांगाल अलग देश बना था उस वक़्त विपक्ष ने सबूत नहीं मांगा था लेकिन आज सर्जिकल स्ट्राइक पर विपक्ष सबूत मांगती है- अनंत कुमार, केंद्रीय मंत्री
- पीएम ने डिजिटल पेमेंट को जीवनशैली बनाने की बात की और कहा कि इससे काले धन और भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलेगी।
- उन्होंने कहा कि डिजिटल अर्थव्यवस्था अपनाने से देश में भ्रष्टाचार खत्म होगा।
- पीएम ने कहा कि किसी भी दल से देश बड़ा है लेकिन कांग्रेस के लिए देश से बड़ा दल है।
- प्रधानमंत्री मीटिंग के लिए पहुंच चुके हैं।
- इस बैठक में हिस्सा लेने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आदि भी मौज़ूद हैं।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने असम प्रदेश अध्यक्ष के रूप में रंजीत कुमार दास के नाम की घोषणा की।
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को पार्टी नेताओं से नोटबंदी को कामयाब बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार में बैठने वाले लोग वरिष्ठ हैं और सोच-समझ कर नोटबंदी का फैसला किया है। अब जनता तक इसे ले जाने की ज़िम्मेदारी हमारी है। बैठक में कुछ नेताओं ने कहा कि चुनाव वाले राज्यों में लोगों को नक़दी नहीं मिल पा रही है।
अधिकांश बीजेपी नेताओं ने माना कि तकलीफ के बावजूद जनता प्रधानमंत्री मोदी के फैसले के साथ है। बीजेपी अध्यक्ष ने नोटबंदी के फैसले को दूरदर्शी कदम बताया, जिसमें भारतीय अर्थव्यवस्था की मूल चीजों को बदलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीतिक इच्छाशक्ति झलकती है।
ज़ाहिर है सदन में नोटबंदी को लेकर विपक्ष पूरे सत्र के दौरान हंगामा करती रही है। ऐसे में बीजेपी इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश करना चाहेगी। वहीं सबकी नज़र इस बात पर भी जमी है कि आख़िरी दिन भी सदन की कार्यवाही चल पाती है कि नहीं।