बुधवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र को सुचारू ढंग से चलाने के लिए सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। वहीं विपक्षी दल नोटबंदी मुद्दे को जोर-शोर से उठाने के लिए कमर कस चुकी है। इस बीच केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने बताया, 'प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में सभी दलों को शीतकालीन सत्र में राष्ट्रीय हित के लिए मदद करने को कहा है।' उन्होंने कहा सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है।
वहीं कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'नोटबंदी से सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह सबसे बड़ा घोटाला है।'
एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक में 500-1000 के नोटों पर बैन, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सैन्य कार्रवाई, कश्मीर के हालात, जीएसटी जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। नोट मामले में विपक्ष का विरोध झेल रही सरकार बैठक के जरिए स्थिति साफ करना चाहती है।
कांग्रेस, टीएमसी, सपा, बीएसपी, जेडीयू और आप समेत कई दलों ने नोटबंदी पर केंद्र सरकार के फैसलों का विरोध किया है। जिससे आशंका जताई जा रही है है कि शीतकालीन सत्र हंगामेदार हो सकता है।