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जम्मू कश्मीरः अनंतनाग में मुठभेड़ के दौरान 3 आतंकी ढेर, एक जवान शहीद

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में सेना के जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गया है।

Updated on: 22 Jun 2018, 11:07 AM

नई दिल्ली:

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में सेना के जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में तीन आतंकी ढेर हो गए हैं जबकि एक जवान शहीद हो गया है। एनकाउंटर श्रीगुफवारा इलाके में चल रहा है। बताया जा रहा है कि इलाके में दो से तीन आतंकी छिपे हुए हैं।

जवानों को सूचना मिली थी कि इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं। जिसके बाद जवानों ने इलाके को घेर लिया। जैसे ही इस बात की सूचना आतंकियों तक पहुंची उन्होंने फायरिंग शुरु कर दी।

LIVE अपडेट्स

# अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा पर लगी रोक

# तीन आतंकियों के शव निकाले गए

# आतंकियों के साथ एनकाउंटर में दो नागरिक घायल

# एनकाउंटर में एक जवान शहीद

जिला प्रशासन ने किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है। 

बता दें कि राज्य में इन दिनों आतंकी घटनाएं बढ़ गई है। अगले हफ्ते से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अमरनाथ यात्रा रूट की सुरक्षा और बढ़ाने का फैसला लिया है।

इसी को ध्यान में रखकर गुरुवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद्य, सीआरपीएफ आईजी और चिनार कॉर्प्स के कमांडर ने संयुक्त तौर पर अमरानाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया।

एनएसजी के ये ब्लैक कैट कमांडो किसी भी तरह के आंतकी हमले को नाकाम बनाने और उन्हें मार गिराने में सक्षम है। कश्मीर के मौजूदा हालात को देखते हुए फिलहाल श्रीनगर एयरपोर्ट की सुरक्षा भी इन्हीं के हवाले कर दी गई है।

एनएसजी की टीम क्लोज कॉम्बैट के साथ ही दूर से आतंकियों को निशाने लगाने वाले स्पेशल स्नाइपर्स से लैस है। एनएसजी के जवानों के पास सबसे अत्याधुनिक हथियार होते हैं जो किसी भी परिस्थिति से निपटने में कारगर साबित होते हैं।

पिछले साल अमरनाथ यात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले से सबक लेते हुए इस बार सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे यात्रा मार्ग पर 17 फीसदी अधिक सुरक्षाबलों की तैनाती का फैसला लिया है।

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इस साल सुरक्षाबलों की कुल 238 कंपनियों को तैनात किया गया है और हर कंपनी की कमान एसपी स्तर के अधिकारियों के हाथ में दी गई है।

अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले वाहनों की सुरक्षा को भी इस साल सुनिश्चित किया गया है जिसके लिए इन वाहनों पर आरएफ आईडी कार्ड लगा होगा। यात्रियों की मदद के लिए स्पेशल हेल्पलाइन नंबर 1364 भी बनाया गया है।

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