चुनाव आयोग का ईवीएम चैलेंज (फाइल फोटो)
चुनाव आयोग ने ईवीएम चैलेंज का आयोजन किया है। चैलेंज को स्वीकार करते हुए केवल सीपीएम और एनसीपी के ही प्रतिनिधि वहां पहुंचे।
दोनों ही दलों के प्रतिनिधियों को चार-चार ईवीएम दी गई थी, लेकिन दो घंटे तक कोशिश करने के बाद उन्होंने कहा कि वे केवल प्रक्रिया समझने आए थे। उन्होंने चुनाव आयोग की चुनौती स्वीकार नहीं की है।
बाद में चुनाव आयोग ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों ने ईवीएम को लेकर दी गई चुनौती को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।
बता दें कि ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर विवाद सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने सभी दलों को हैंकिंग की चुनौती दे रखी थी।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने सबसे पहले ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इसके बाद अन्य दलों ने भी आयोग क समक्ष ईवीएम को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी।
लाइव अपडेट्स
- सीपीएम और एनसीपी की मौजूदगी में दिल्ली ऑफिस में हैकेथॉन शुरु हो गया है।
Election Commission's EVM Challenge begins at EC Delhi office; NCP and CPI(M) participate. pic.twitter.com/JV21q8mdBl
— ANI (@ANI_news) June 3, 2017
विपक्षी दलों की चिंताओं को देखते हुए आयोग ने सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया था, जिसमें हैकेथॉन की तारीख तय की गई थी।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली एमसीडी चुनाव के बाद आरोप लगाते हुए कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बहुत ही आसानी से छेड़छाड़ संभव है। इसके साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग को चैलैंज भी किया था कि उन्हें अगर मौका मिला तो वो बहुत ही आसानी से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ कर सकते हैं।
हालांकि अब आम आदमी पार्टी ने खुद को इस हैकेथॉन से दूर कर लिया है। गुरुवार को आम आदमी पार्टी विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'हमने चुनाव आयोग को सूचित कर दिया था कि ईवीएम को हैक करने के लिए हम हैकेथॉन का आयोजन करेंगे।'
हैकेथॉन से पहले आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम का हैकिंग डेमो देकर सनसनी मचा दी थी। हालांकि अब पार्टी ने खुद को इस हैकेथॉन से दूर कर लिया है।
चुनाव आयोग नहीं जाकर 'आप' अलग से करेगी हैकेथॉन का आयोजन
चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि 'ईवीएम चैलेंज तय समय पर होगा। यह सुबह 10 बजे शुरू होगा और दोपहर दो बजे तक चलेगा। एनसीपी और माकपा ने इसके लिए अपने तीन-तीन प्रतिनिधि नामांकित किए हैं। चैलेंज एक साथ दो अलग-अलग हॉल में आयोजित किया जाएगा'।
बता दें कि इससे पहले उत्तराखंड उच्च न्यायालय में चुनाव आयोग की ईवीएम चुनौती पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया था। हालांकि कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया था।
चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम चैलेंज के लिए उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के 'स्ट्रांग रूम' से 14 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) मंगाई हैं, जिनका उपयोग हालिया विधानसभा चुनाव में किया गया था।
आयोग के सूत्रों ने कहा कि हर प्रतिभागी पार्टी अधिकतम चार ईवीएम का उपयोग कर सकती है, लेकिन अतिरिक्त मशीनें 'बैक अप के तौर' पर रखी गई हैं।
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Source : News Nation Bureau