वाराणसी: पीएम मोदी सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो का उठाया लुफ्त, अमिताभ बच्चन ने दी आवाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देव दीपावली पर साढ़े छह घंटे के प्रवास पर वाराणसी आएंगे. पीएम मोदी काशी में दो जनसभाओं को संबोधित करने के साथ ही जाह्नवी तट पर अर्द्ध चंद्राकार घाटों पर सजने वाले दीपोत्सव में भी शामिल होंगे.
वाराणसी:
पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं. यहां उन्होंने कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया. इसके बाद देव दीपावली महोत्सव में शामिल हुए. देव दीपावली कार्तिक महीने की पूर्णिमा को मनाई जाती है. इस साल देव दीपावली गंगा नदी के दोनों किनारों पर 15 लाख दीप जलाकर मनाया जा रहा है..
पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ सारनाथ पुरातात्विक स्थल पर लाइट एंड साउंड शो का लुफ्त उठाया. अमिताभ बच्चन ने दी आवाज.
PM Narendra Modi and CM Yogi Adityanath witness light and sound show at Sarnath archaeological site. pic.twitter.com/cFaR1GS0zk
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
गंगा घाट पर जलाए गए हजारों दीये.
Dev Deepawali being celebrated at the ghats of Varanasi city pic.twitter.com/dO7q6fEdJk
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
प्रयागराज: देव दीपावली के अवसर पर संगम घाट पर मिट्टी के दीपक (दीये) जलाए गए. संगम पर उत्सव मनाते श्रद्धालु.
Prayagraj: Earthen lamps (Diyas) lightened at Sangam Ghat on the occasion of Dev Deepawali.
Visuals of devotees celebrating the occasion at Sangam pic.twitter.com/4YOGqEXxxy
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम मोदी ने आगे कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आपकी जो लंबे समय से मांग थी, वो पूरी हो गई .लेजर शो में अब भगवान बुद्ध के करूणा, दया और अहिंसा के संदेश साकार होंगे.श्री काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन की परिकल्पना अब जल्द ही साकार होगी.श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना को अगस्त 2021 तक पूर्ण कर देश के देदीप्यमान प्रतीक के रूप में जनमानस को समर्पित कर दिया जाएगा.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस बार के पर्व, इस बार की दीपावली जैसे मनाई गई, जैसे देश के लोगों ने लोकल प्रोडक्ट और लोकल गिफ्ट्स के साथ अपने त्योहार मनाए वो वाकई प्रेरणादाई है. लेकिन ये सिर्फ त्योहार के लिए नहीं, ये हमारी जिंदगी का हिस्सा बनने चाहियें.
पीएम मोदी ने कहा कि आज हम रिफॉर्म्स की बात करते हैं, लेकिन समाज और व्यवस्था में रिफॉर्म्स के बहुत बड़े प्रतीक तो स्वयं गुरु नानक देव जी ही थे. हमने ये भी देखा है कि जब समाज, राष्ट्रहित में बदलाव होते हैं, तो जाने-अनजाने विरोध के स्वर ज़रूर उठते. लेकिन जब उन सुधारों की सार्थकता सामने आने लगती है तो सबकुछ ठीक हो जाता है. यही सीख हमें गुरुनानक देवजी के जीवन से मिलती है.
पीएम मोदी ने कहा- आज ये दीपक उन आराध्यों के लिए भी जल रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर किये.काशी की ये भावना, देव दीपावली की परंपरा का ये पक्ष भावुक कर जाता है.इस अवसर पर मैं देश की रक्षा में अपनी शहादत देने वाले, हमारे सपूतों को नमन करता हूं.
On the occasion of Dev Deepawali, I pay my tributes to all those who have laid their lives for the nation. The nation is giving a befitting reply to the expansionist forces, those trying to infiltrate into India or be it those trying to break the country from within: PM Modi pic.twitter.com/6DjTbQM0Zb
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे आज पूर्णिमा पर देव दीपावली मनाती काशी, महादेव के माथे पर विराजमान चन्द्रमा की तरह चमक रही है.काशी की महिमा ही ऐसी है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे लिए विरासत का मतलब है देश की धरोहर. जबकि कुछ लोगों के लिए विरासत का मतलब होता है, अपना परिवार और अपने परिवार का नाम. हमारे लिए विरासत का मतलब है हमारी संस्कृति, हमारी आस्था. उनके लिए विरासत का मतलब है अपनी प्रतिमाएं, अपने परिवार की तस्वीरें.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देवी देवताओं की ये प्राचीन मूर्तियाँ, हमारी आस्था के प्रतीक के साथ ही हमारी अमूल्य विरासत भी हैं. ये बात सही है कि इतना प्रयास अगर पहले किया गया होता, तो ऐसी कितनी ही मूर्तियां, देश को काफी पहले वापस मिल जातीं. लेकिन कुछ लोगों की सोच अलग रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि काशी के लिए एक और भी विशेष अवसर है। कल मन की बात में भी मैंने इसका जिक्र किया था. सौ साल से भी पहले माता अन्नपूर्णा की जो मूर्ति काशी से चोरी हो गई थी, वो फिर वापस आ रही है. माता अन्नपूर्णा एक बार फिर अपने घर लौटकर वापस आ रही हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आज मां गंगा के सानिध्य में काशी प्रकाश का उत्सव मना रही है.आज मां गंगा के सानिध्य में काशी प्रकाश का उत्सव मना रही है.
देव दीपावली महोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि काशी कोतवाल की जय, माता अन्नपूर्णा की जय, मां गंगा की जय. जो बोले सो निहाल, सत् श्री अकाल. आपको देव दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं. सभी को गुरुनानक देव जी के प्रकाश पर्व की बहुत-बहुत बधाई.
पीएम मोदी ने दीप जलाकर देव दीपावली महोत्सव का किया शुभारंभ.
PM Narendra Modi and CM Yogi Adityanath attend Dev Deepawali Mahotsav in Varanasi pic.twitter.com/ZzcVoZhVgG
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ राजघाट देव दीपावली महोत्सव में पहुंचे
Varanasi: PM Narendra Modi and CM Yogi Adityanath arrive at Raj Ghat for Dev Deepawali Mahotsav pic.twitter.com/jf3j1ZjAFq
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम नरेंद्र मोदी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट का दौरा किया.
Varanasi: PM Modi and CM Yogi Adityanath visit the site of Kashi Vishwanath Temple Corridor Project pic.twitter.com/pkgMLZlTxT
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे. सीएम योगी के साथ मंदिर में कर रहे हैं पूजा अर्चना.
Varanasi: Prime Minister Narendra Modi offers prayers at Kashi Vishwanath Temple pic.twitter.com/ZsVvY5LMZL
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए डोमरी घाट से ललिता घाट तक की यात्रा की. इसके बाद पीएम काशी विश्वनाथ मंदिर गलियारे परियोजना की समीक्षा करेंगे.
Varanasi: Prime Minister Narendra Modi and CM Yogi Adityanath travel from Domari Ghat to Lalita Ghat on a boat, to visit the Kashi Vishwanath Temple
Later, the PM will review the Kashi Vishwanath Temple Corridor Project pic.twitter.com/aUAPG1o3Iq
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आशंकाओं के आधार पर भ्रम फैलाने वालों की सच्चाई लगातार देश के सामने आ रही है. जब एक विषय पर इनका झूठ किसान समझ जाते हैं, तो ये दूसरे विषय पर झूठ फैलाने लगते हैं.जिन किसान परिवारों की अभी भी कुछ चिंताएं हैं, कुछ सवाल हैं, तो उनका जवाब भी सरकार निरंतर दे रही है.मुझे विश्वास है, आज जिन किसानों को कृषि सुधारों पर कुछ शंकाएं हैं, वो भी भविष्य में इन कृषि सुधारों का लाभ उठाकर, अपनी आय बढ़ाएंगे.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे ऐहसास है कि दशकों का छलावा किसानों को आशंकित करता है. लेकिन अब छल से नहीं गंगाजल जैसी पवित्र नीयत के साथ काम किया जा रहा है.
पीएम ने आगे कहा कि एक राज्य में तो वहां की सरकार, अपने राजनीतिक स्वार्थ के चलते आज भी किसानों को इस योजना का लाभ नहीं लेने दे रही है. देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधी मदद दी जा रही है. अब तक लगभग 1 लाख करोड़ रुपए किसानों तक पहुंच भी चुका है.
पीएम मोदी ने विपक्ष को आइना दिखाते हुए कहा कि आपको याद रखना है, यही लोग हैं जो पीएम किसान सम्मान निधि को लेकर ये लोग सवाल उठाते थे. ये लोग अफवाह फैलाते थे कि चुनाव को देखते हुए ये पैसा दिया जा रहा है और चुनाव के बाद यही पैसा ब्याज सहित वापस देना पड़ेगा.
उन्होंने आगे कहा कि अब आप ही बताइए कि अगर मंडियों और MSP को ही हटाना था, तो इनको ताकत देने, इन पर इतना निवेश ही क्यों करते? हमारी सरकार तो मंडियों को आधुनिक बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है.
उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर वार करना जारी रखा. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले के 5 सालों में पहले की सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपए का धान खरीदा था. लेकिन इसके बाद के 5 सालों में 5 लाख करोड़ रुपए धान के MSP के रूप में किसानों तक हमने पहुंचाए हैं.यानि लगभग ढाई गुणा ज्यादा पैसा किसान के पास पहुंचा है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि सिर्फ दाल की ही बात करें तो 2014 से पहले के 5 सालों में लगभग साढ़े 6 सौ करोड़ रुपए की ही दाल किसान से खरीदी गईं. लेकिन इसके बाद के 5 सालों में हमने लगभग 49 हज़ार करोड़ रुपए की दालें खरीदी हैं यानि लगभग 75 गुणा बढ़ोतरी.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने वादा किया था कि स्नामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुकूल लागत का डेढ़ गुणा MSP देंगे. ये वादा सिर्फ कागज़ों पर ही पूरा नहीं किया गया, बल्कि किसानों के बैंक खाते तक पहुंचाया है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब इस सरकार का ट्रैक रिकॉर्ड देखेंगे तो सच अपने आप सामने आ जाएगा. हमने कहा था कि हम यूरिया की कालाबाज़ारी रोकेंगे और किसान को पर्याप्त यूरिया देंगे. बीते 6 साल में यूरिया की कमी नहीं होने दी. यहां तक कि लॉकडाउन तक में जब हर गतिविधि बंद थी, तब भी दिक्कत नहीं आने दी गई.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब इतिहास छल का रहा हो, तब 2 बातें स्वभाविक हैं. पहली ये कि किसान अगर सरकारों की बातों से कई बार आशंकित रहता है तो उसके पीछे दशकों का इतिहास है. दूसरी ये कि जिन्होंने वादे तोड़े, छल किया, उनके लिए ये झूठ फैलाना मजबूरी बन चुका है कि जो पहले होता था, वही अब भी होने वाला है.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि पहले MSP तो घोषित होता था लेकिन MSP पर खरीद बहुत कम की जाती थी.सालों तक MSP को लेकर छल किया गया. किसानों के नाम पर बड़े-बड़े कर्जमाफी के पैकेज घोषित किए जाते थे. लेकिन छोटे और सीमांत किसानों तक ये पहुंचते ही नहीं थे. यानि कर्ज़माफी को लेकर भी छल किया गया.
विपक्षी पार्टियों पर वार करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अपप्रचार किया जाता है कि फैसला तो ठीक है लेकिन इससे आगे चलकर ऐसा हो सकता है. जो अभी हुआ ही नहीं, जो कभी होगा ही नहीं, उसको लेकर समाज में भ्रम फैलाया जाता है. कृषि सुधारों के मामले में भी यही हो रहा है. ये वही लोग हैं जिन्होंने दशकों तक किसानों के साथ लगातार छल किया है.
पीएम ने आगे कहा कि सरकारें नीतियां बनाती हैं, कानून-कायदे बनाती हैं. नीतियों और कानूनों को समर्थन भी मिलता है तो कुछ सवाल भी स्वभाविक ही है. ये लोकतंत्र का हिस्सा है और भारत में ये जीवंत परंपरा रही है. लेकिन पिछले कुछ समय से एक अलग ही ट्रेंड देश में देखने को मिल रहा है. पहले होता ये था कि सरकार का कोई फैसला अगर किसी को पसंद नहीं आता था तो उसका विरोध होता था. लेकिन बीते कुछ समय से हम देख रहे हैं कि अब विरोध का आधार फैसला नहीं बल्कि आशंकाओं को बनाया जा रहा है.
कृषि कानूनों पर पीएम मोदी ने कहा कि नए कृषि सुधारों से किसानों को नए विकल्प और नए कानूनी संरक्षण दिए गए हैं. पहले मंडी के बाहर हुए लेनदेन ही गैरकानूनी थे. अब छोटा किसान भी, मंडी से बाहर हुए हर सौदे को लेकर कानूनी कार्यवाही कर सकता है. किसान को अब नए विकल्प भी मिले हैं और धोखे से कानूनी संरक्षण भी मिला है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के कृषि उत्पाद पूरी दुनिया में मशहूर हैं. क्या किसान की इस बड़े मार्केट और ज्यादा दाम तक पहुंच नहीं होनी चाहिए? अगर कोई पुराने सिस्टम से ही लेनदेन ही ठीक समझता है तो, उस पर भी कहां रोक लगाई गई है?
उन्होंने आगे कहा कि सरकार के प्रयासों औऱ आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से किसानों को कितना लाभ हो रहा है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण चंदौली का काला चावल-ब्लैक राइस है. ये चावल चंदौली के किसानों के घरों में समृद्धि लेकर आ रहा है.सामान्य चावल जहां 35-40 रुपए किलो के हिसाब से बिकता है, वहीं ये बेहतरीन चावल 300 रुपए तक बिक रहा है. बड़ी बात ये भी है कि ब्लैक राइस को विदेशी बाज़ार भी मिल गया है. पहली बार ऑस्ट्रेलिया को ये चावल निर्यात हुआ है, वो भी करीब साढ़े 800 रुपए किलो के हिसाब से.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि चंदौली के किसानों की आय को बढ़ाने के लिए 2 साल पहले काले चावल की एक वैरायटी का प्रयोग यहां किया गया था. पिछले साल खरीफ के सीज़न में करीब 400 किसानों को ये चावल उगाने के लिए दिया गया. इन किसानों की एक समिति बनाई गई, इसके लिए मार्केट तलाश किया गया.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि वाराणसी में पेरिशेबल कार्गो सेंटर बनने के कारण अब यहां के किसानों को अब फल और सब्जियों को स्टोर करके रखने और उन्हें आसानी से बेचने की बहुत बड़ी सुविधा मिली है.इस स्टोरेज कैपेसिटी के कारण पहली बार यहां के किसानों की उपज बड़ी मात्रा में निर्यात हो रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि जब किसी क्षेत्र में आधुनिक कनेक्टिविटी का विस्तार होता है, तो इसका बहुत लाभ हमारे किसानों को होता है. बीते वर्षों में ये प्रयास हुआ है कि गांवों में आधुनिक सड़कों के साथ भंडारण, कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्थाएं खड़ी की जाएं. इसके लिए 1 लाख करोड़ रुपए का फंड भी बनाया गया है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले वर्षों में काशी के सौंदर्यीकरण के साथ-साथ, अब हम यहां कनेक्टिविटी पर किए गए कार्यों का फायदा देख सकते हैं. नए राजमार्ग, फ्लाईओवर, ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए सड़कों का चौड़ीकरण, वर्तमान में वाराणसी में और इसके आसपास काम किया जा रहा है क्योंकि आजादी के बाद से इतना काम यहां कभी नहीं हुआ है.
Along with beautification of Kashi in past years, we can now witness benefit of work done on connectivity here.
New highways, flyovers, widening of roads to reduce traffic jams, work currently being done in & around Varanasi has never happened since independence: PM Modi pic.twitter.com/Vqnc6xReAr
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
पीएम मोदी ने कहा, 'लोग कहीं भी आते -जाते हैं तो देखते हैं कि कितना समय लगेगा. काशी प्रयागराज की दूरी अब कम हो गई है. काशी को उपहार मिला है. हम यही चाहते हैं कि लोगों को सुविधा मिले और काम आसान हो.
पीएम मोदी ने 6 लेन चौड़ी सड़क परियोजना का उद्घाटन किया है. प्रयागराज से वाराणसी के बीच केवल डेढ़ घंटे में सफर तय किया जा सकेगा.
पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे. हंडिया राजाताबाल छह लेन (NH19) परियोजना का करेंगे उद्घाटन. इसके बाद देव दीपावली कार्यक्रम, काशी विश्वनाथ मंदिर गलियारा परियोजना की साइट पर जाएंगे. सारनाथ पुरातात्विक स्थल का भी करेंगे दौरा.
PM Modi arrives at Varanasi, to dedicate to the nation six-lane widening project of Handia (Prayagraj)-Rajatalab (Varanasi) section of NH19
He'll also attend Dev Deepawali event, undertake site visit of Kashi Vishwanath Temple Corridor Project & visit Sarnath Archaeological Site pic.twitter.com/tgg0EPeVjz
— ANI UP (@ANINewsUP) November 30, 2020
वाराणसी पहुंचे PM मोदी, थोड़ी देर में जनसभा को करेंगे संबोधित
पीएम मोदी वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पीएम मोदी की आगवानी किया. एयरपोर्ट से पीएम मिर्जामुराद के खजूरी स्थित हेलीपैड के लिए रवाना हुए. खजुरी में पीएम मोदी जनसभा को सम्बोधित करेंगे.
राजघाट से क्रूज पर सवार होकर पीएम मोदी जब रविदास घाट तक नौकायन करेंगे तो 10 मिनट के लिए क्रूज चेतसिंह घाट के सामने ठहर जाएगा. चेत सिंह किला पर लेजर शो कार्यक्रम देखने के बाद क्रूज आगे रविदास घाट की ओर बढे़गा. इसकी तैयारियां पर्यटन अधिकारियों ने पूरी कर ली है.
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