बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गाजीपुर रैली को लेकर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। लखनऊ में सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने कहा कि बीजेपी ने गाजीपुर की रैली में पैसे देकर बाहर से लोग लाए। मायावती ने आरोप लगाया कि सरकारी रैली का राजनीतिकरण किया गया। रेल का रैली के लिए इस्तेमाल किया गया और बाहर के लोगों को रैली में आने के लिए 250-250 रुपये दिए गए।
मायावती यहीं नहीं रूकीं और नोटबंदी के फैसले को लेकर भी उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर कई सवाल खड़े किए। मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार ये दावा कर रही है कि पिछले 10 महीनों से वह नोटबंदी की तैयारी कर रही थी, लेकिन यह झूठ है। मायावती के मुताबिक अगर 10 महीनों से तैयारी चल रही होती तो आज लोगों को इतनी परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। मायावती ने कहा कि बैंकों में पैसे नहीं मिल रहे हैं। एटीएम खराब हैं। गरीब या तो लाइन में लगा है या मारा मारा फिर रहा है।
पढ़िए, और क्या कहा बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने
- नोटो की माला बीजेपी के लोग पहनते हैं। दलित की बेटी ने नोटों की माला पहनी तो इनके गले नहीं उतरा रहा
- पीएम सिर्फ यह कर रहे हैं, मैंने ये किया वो किया। ये नहीं बताया कि विकास का कौन सा काम किया
- उत्तर प्रदेश की जनता बहकावे में नहीं आने वाली
- उत्तर प्रदेश की जनता प्रधानमंत्री मोदी से ढाई साल का हिसाब मांग रही है। अब यूपी चुनाव नजदीक है तो प्रधानमंत्री जगह जगह जाकर शिलान्यास करेंगे। अगले एक महीने तक यही कार्यक्रम चलेगा। ढाई साल तक मोदी को पूर्वांचल की याद नहीं आई
- विदेश में जमा काला धन वापस लाने में नाकाम रही मोदी सरकार
- गाजीपुर की रैली में पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के विकास पर बात नहीं की। पीएम का बयान हवाहवाई। मोदी सरकार विकास के मोर्चे पर फेल रही।
- मेरी पार्टी नोटबंदी के खिलाफ नहीं
- नोटबंदी पर सरकार ने 10 महीनों में क्या तैयारी की। बैंक से पैसे नहीं मिल रहे हैं। एटीएम खराब हैं। गरीब या तो लाइन में लगा है या मारा मारा फिर रहा है।
- नोटबंदी पर केंद्र की तैयारियों के दावे झूठे, अगर 10 महीने की तैयारी होती तो लोगों को इतनी परेशानी नहीं होती
- मायावती का बीजेपी पर वार
- रैलियों के लिए बीजेपी ने झोंकी पूरी ताकत : मायावती
- पीएम की रैली फेल हुई
- पीएम की गाजीपुर रैली में पैसे देकर लाए गए लोग, 250-250 रुपये देकर लाए गए लोग
यह भी पढ़ें- नोट बैन के फैसले से देश में आर्थिक इमरजेंसी जैसे हालात: मायावती
इससे पहले मायावती ने शुक्रवार को केन्द्र सरकार के नोटबंदी के फैसले पर जमकर निशाना साधा। तब मायावती ने कहा था कि मोदी सरकार का 500 और 1000 रुपये के नोटों के बंद करने का फैसला तानाशाही भरा है। मायावती ने कहा कि इस तानाशाही और अहंकार का जवाब जनता सरकार को देगी। सरकार ने जनता की परेशानियों की अनदेखी की है।
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि सरकार का ये कदम गरीबों और मजदूरों के लिये खिलाफ है और उनकी मुश्किलों बढ़ेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार को गरीब जनता से कोई मतलब नहीं है। लोगों क दवाएं और रोज़मर्रा के ज़रूरतों की चीज़ें नहीं मिल रही हैं।
HIGHLIGHTS
- गाजीपुर रैली में पैसे देकर बाहर से लाए गए लोग: मायावती
- 'मोदी सरकार ने पिछले ढाई साल में विकास का कोई काम नहीं किया'
Source : News Nation Bureau