किसानों को भेजा लिखित प्रस्ताव, अब उनके जवाब का इंतजार: कृषि मंत्री
कृषि राज्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार सुधार के नए कार्यक्रमों से खेती-किसानी को लाभकारी बनाकर किसानों के जीवन में खुशहाली लाना चाहती है, इसलिए वैसी अड़चनों को दूर करने की कोशिश की जा रही है जो कृषि क्षेत्र के विकास की राह मे बाधक हैं.
नई दिल्ली:
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार एक बार फिर से किसान संगठनों से सकारात्मक बातचीत करना चाहती है, इस दिशा में कोशिश जारी है. कृषि राज्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार किसानों के जीवन में खुशहाली लाने का काम कर रही है और किसानों के हितों की अनदेखी किसी भी सूरत में नहीं की जा सकती है, इसलिए किसान संगठनों को सकारात्मक सोच के साथ बातचीत के लिए आना चाहिए.
कैलाश चौधरी ने एक लिखित बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम-किसान सम्मान निधि जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है, जोकि छोटे व सीमांत किसानों के लिए वरदान साबित हुई है, इसलिए वह किसानों के अहित की बात सोच भी नहीं सकते हैं.
कृषि राज्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार सुधार के नए कार्यक्रमों से खेती-किसानी को लाभकारी बनाकर किसानों के जीवन में खुशहाली लाना चाहती है, इसलिए वैसी अड़चनों को दूर करने की कोशिश की जा रही है जो कृषि क्षेत्र के विकास की राह मे बाधक हैं. उन्होंने कहा कि नये कानून से कृषि क्षेत्र के विकास को बढ़ावा मिलेगा. गांवों और खेतों के समीप भंडारण, कोल्ड स्टोरेज, कोल्ड चेन व प्रोसेसिंग यूनिट्स जैसी बुनियादी संरचनाएं तैयार होंगी, जिसका फायदा किसानों को ही मिलेगा.
Delhi: MPs and MLAs of Haryana meet Agriculture Minister Narendra Singh Tomar at Krishi Bhavan. pic.twitter.com/Lqo9yjdfCe
— ANI (@ANI) December 14, 2020
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों को लिखित प्रस्ताव भेजा है. अब उनके जवाब का इंतजार है.
गाजियाबाद एनएच-9 में यूपी दिल्ली बॉर्डर पर मीडिया से बदतमीजी करने के चलते किसान नेता राकेश टिकैत और मांगेराम त्यागी ने युवक की पिटाई दी.
हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा, नए कृषि कानून पर कृषि मंत्री और गृह मंत्री लगातार चर्चा कर रहे हैं. अगले दौर की चर्चा जल्द ही होगी. मुझे उम्मीद है कि पहले बातचीत के लिए आई 40 यूनियनें भी अगले दौर की वार्ता में शामिल होंगी, जिसमें एक निष्कर्ष निकलेगा.
Agriculture Minister & Home Minister are continuously discussing the issue. Next round of discussions to be held soon. I hope 40 unions who came for talks earlier, will also join the next round of talks as well & come to a conclusion: Haryana Dy CM Dushyant Chautala. #FarmLaws pic.twitter.com/Uypncjvpdv
— ANI (@ANI) December 14, 2020
देश के अलग अलग हिस्सों की तरह पश्चिम बंगाल में भी कृषि बिल के खिलाफ लगातार आंदोलन हो रहा है. सोमवार को आसनसोल के बर्नपुर इलाके में सिख समुदाय की ओर से में कृषि बिल के खिलाफ एक विशाल रैली निकाली गई. इस रैली के माध्यम से सिख समुदाय के लोगो ने कृषि बिल को रद्द करने की मांग की.
मध्य प्रदेश के संभाग केंद्रों पर 15 दिसंबर से किसान सम्मेलन होगा. मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे. किसान बिल दूर किसानों का भ्रम करेंगी.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन का समर्थन किया और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला.
रख देता पलटकर सर के बल
हल्का न समझो हल का बल!#नहीं_चाहिए_भाजपा
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 14, 2020
भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा कि गाजीपुर (दिल्ली-यूपी) सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज राष्ट्रीय राजमार्ग -24 को अवरुद्ध कर दिया. हम इसे फिर से नहीं होने देंगे, सामान्य लोग पीड़ित नहीं होंगे. हम चाहते थे कि वे एक बार महसूस करें कि कुछ मिनट कितने महत्वपूर्ण होते हैं.
Delhi: Farmers protesting at Ghazipur (Delhi-UP) border blocked National Highway-24 earlier today.
“We won’t let it happen again, normal people won’t suffer. We wanted them to realise for once that how even few minutes are important,” says Rakesh Tikait of Bhartiya Kisan Union pic.twitter.com/wVk15yXzA0
— ANI (@ANI) December 14, 2020
दिल्ली का रास्ता खोले जाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भानु) के कई नेताओं और पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है. कहा जा रहा है कि इन लोगों का आरोप है कि राजनाथ से मीटिंग के बाद समझौता हो गया. हालांकि यहां मौजूद संगठन के लोगों का कहना है कि जिन लोगों ने इस्तीफा दिया है वो नोएडा में मौजूद नहीं है, उन्हें confusion हुआ है कि हमने धरना खत्म कर दिया.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे. यहां गृहमंत्री अमित शाह से किसान आंदोलन को लेकर बैठक करेंगे. बता दें कि इससे पहले भी कई बार अमित शाह और गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा इस मामले पर बैठक कर चुके हैं.
Delhi: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar reaches Home Minister Amit Shah's residence. pic.twitter.com/CuSj7i09gr
— ANI (@ANI) December 14, 2020
किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी प्रदेश व्यापी प्रदर्शन कर रही है. लखनऊ में भी समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है. पुलिस का कहना है कि इन्हें कलेक्ट्रेट नहीं जाने देंगे, यहीं दे दें ज्ञापन.
सरकार एमएसपी पर सभी को गुमराह कर रही है. गृह मंत्री अमित शाह ने 8 दिसंबर की बैठक के दौरान हमें जवाब दिया कि वे एमएसपी में सभी 23 फसलों को नहीं खरीद सकते, क्योंकि इसकी लागत 17 लाख करोड़ रुपये है : गुरनाम सिंह, अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन (हरियाणा)
Govt is misleading everyone on MSP. Home Minister Amit Shah replied to us during 8th Dec meet that they can't buy all 23 crops at MSP as its costs Rs 17 lakhs crores. : Gurnam Singh Chaduni, President, Bhartiya Kisan Union (Haryana) pic.twitter.com/yUVc9xo1kK
— ANI (@ANI) December 14, 2020
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शाम 4 बजे पार्टी ऑफिस जाएंगे और पार्टी नेता/कार्यकर्ताओं के साथ उपवास में हिस्सा लेंगे और फिर 5 बजे सबके साथ उपवास ख़त्म करेंगे.
किसान आन्दोलन और समाजवादी पार्टी के धरना प्रदर्शन के मद्देनजर अलर्ट पर लखनऊ समेत पूरे प्रदेश की पुलिस.
किसानों ने आज भूख हड़ताल का आह्वाहन किया है. हालांकि चिल्ला बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन भानु के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप रविवार को ही आमरण अनशन पर बैठ गए थे. आज भी दूसरे लोग सांकेतिक रूप से 8-5 बजे तक धरने पर रहेंगे. किसानों ने आरोप लगाया कि उनके साथियों को जगह जगह जबरदस्ती या तो रोका जा रहा या उन्हें उनके घर पर ही नज़रबंद किया जा रहा.
कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिल्ली बॉर्डर पर जारी है. किसान 19वें दिन भी डटे हुए हैं. वहीं, इस बीच किसान बीजेपी आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने किसान आंदोलन का एक वीडियो ट्वीट किया हैं. वीडियो में कम्युनिस्ट पार्टियां पीएम मोदी के खिलाफ नारे ला रही है, जो बेहद शर्मनाक है. वीडियो देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि किसान आंदोलन के नाम पर लेफ्ट पार्टी क्या कर रही है. उसका असली चेहरा सामने आ गया है.
Shameful behavior at the ‘farmer protest’, with women singing ‘Modi Mar Jaa Tu’!
Is this all that the Communist parties of India capable of? pic.twitter.com/6QkQ6ksxEa
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 13, 2020
रविवार दोपहर 2 बजे के करीब दिल्ली- जयपुर हाइवे पर जयसिंह खेड़ा के पास पुलिस ने राजस्थान से दिल्ली की और बढ़ रहे किसानों को रोक दिया, इस वजह से इस रूट पर ट्रफिक भी थम गया.अलवर प्रशासन ने किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक को बेहरोर-तातरपुर खैरताल रूट पर डायवर्ट कर दिया.
सोमवार को किसान कृषि कानूनों के खिलाफ अनशन करने वाले हैं. किसान आंदोलन को तेज करने के लिए आज 10,000 और किसान दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर पहुंचने वाले हैं. राजस्थान बॉर्डर से हजारों किसान राजधानी की ओर कूच करने को तैयार हैं.
दिल्ली के बोर्डरों पर किसानों के सभी मोर्चों (कुंडली बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, पलवल बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर) पर आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक किसान नेता 1 दिन का अनशन करेंगे. कल देशभर में जिला मुख्यालयों पर किसान धरना प्रदर्शन करेंगे.
किसान आंदोलन के समर्थन में आम आदमी पार्टी आज पार्टी मुख्यालय ITO पर सुबह 10 से शाम 5 बजे तक सामूहिक उपवास करेगी.
दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 19वें दिन भी जारी है. भारत बंद और सरकार के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद किसान नेताओं ने अपने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है. किसान संगठनों ने कहा है कि वो दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सोमवार को दिनभर के लिए अनशन करेंगे. साथ ही देशभर के जिलों में धरना देंगे.