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SCO Summit में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, UN का मूल लक्ष्य अभी भी अधूरा

इस वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने अपने 75 years पूरे किए हैं, लेकिन अनेक सफलताओं के बावजूद भी संयुक्त राष्ट्र का मूल लक्ष्य अभी अधूरा है.

Updated on: 10 Nov 2020, 04:44 PM

नई दिल्ली :

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को हो रही एससीओ समिट की वर्चुअल बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. आपको बता दें कि इस बैठक में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित विश्व के कई बड़े नेता हिस्सा ले रहे हैं. इस वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने अपने 75 years पूरे किए हैं, लेकिन अनेक सफलताओं के बावजूद भी संयुक्त राष्ट्र का मूल लक्ष्य अभी अधूरा है. पीएम मोदी ने कहा कि महामारी की आर्थिक और सामाजिक पीड़ा से जूझ रहे विश्व की अपेक्षा है कि UN की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन आए हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि यह एक रेफॉर्म्ड मल्टीलेटरलिस्म है जो आज की वैश्विक वास्तविकताओं को दर्शाए, जो सभी स्टॉकहोल्डर्स (stakeholders) की अपेक्षाओं, समकालीन चुनौतियों, और मानव कल्याण जैसे विषयों पर चर्चा करे, जिसके के द्वारा हमें एससीओ सदस्य राष्ट्रों का पूर्ण समर्थन मिलने की अपेक्षा है. पीएम मोदी ने कहा कि आज बहुपक्षवाद में सुधार हुआ है जो आज की वैश्विक वास्तविकताओं को दर्शाए, जो सभी stakeholders की अपेक्षाओं, समकालीन चुनौतियों, और मानव कल्याण जैसे विषयों पर चर्चा करे. इस प्रयास में हमें SCO सदस्य राष्ट्रों का पूर्ण समर्थन मिलने की अपेक्षा है. अभूतपूर्व महामारी के इस अत्यंत कठिन समय में भारत के फार्मा उद्योग ने 150 से अधिक देशों को आवश्यक दवाएं भेजी हैं.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादक देश के रूप में भारत अपनी वैक्सीन उत्पादन और वितरण क्षमता का उपयोग इस संकट से लड़ने में पूरी मानवता की मदद करने के लिए करेगा. परन्तु, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि SCO agenda में बार-बार अनावश्यक रूप से द्विपक्षीय मुद्दों को लाने के प्रयास हो रहे हैं, जो SCO Charter और Shanghai Spirit का उल्लंघन करते हैं. इस तरह के प्रयास SCO को परिभाषित करने वाली सर्वसम्मति और सहयोग की भावना के विपरीत हैं. भारत का शांति, सुरक्षा और समृद्धि पर दृढ़ विश्वास है. और हमने हमेशा आतंकवाद, अवैध हथियारों की तस्करी, ड्रग्स और मनी लॉन्डरिंग के विरोध में आवाज उठाई है. भारत SCO Charter में निर्धारित सिद्धांतों के अनुसार SCO के तहत काम करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रहा है.