पीएम मोदी (एएनाई)
पीएम मोदी ने बुधवार सुबह वीडियो कॉफ्रेंसिंग के ज़रिए देश के किसानों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का ज़िक्र करते नज़र आए।
पीएम ने किसानों की तरक्की के लिए सरकार की योजना का ज़िक्र करते हुए कहा कि मुख्य रूप से चार मूल बिन्दुओं पर बल दिया जा रहा है। पहला, कच्चे माल की लागत कम से कम हो, दूसरा, उपज का उचित मूल्य मिले, तीसरा, उपज की बर्बादी रुके, और चौथा, आदमनी के वैकल्पिक स्रोत तैयार हों।
उन्होंने कहा, 'देश के किसानों को फसलों की उचित कीमत मिले, इसके लिए इस बार के बजट में सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया। सरकार ने तय किया है कि अधिसूचित फसलों के लिए MSP, उनकी लागत का कम से कम डेढ़ गुना घोषित किया जाएगा।'
उन्होंने कहा, 'आज देश में न सिर्फ अनाज का, बल्कि फल-सब्जियों और दूध का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। वर्ष 2017-18 में खाद्यान उत्पादन 280 मिलियन टन से अधिक हुआ है जबकि 2010 से 2014 का औसत उत्पादन 250 मिलियन टन था। इसी तरह दलहन के क्षेत्र में भी औसत उत्पादन में 10.5% एवं बागवानी के क्षेत्र में 15% की वृद्धि दर्ज हुई है।'
पीएम ने कहा, 'पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत आज देश भर में 99 सिंचाई परियोजनाएं पूरी की जा रहीं हैं। हर खेत को पानी मिले, इस लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। किसानों को फसल को लेकर किसी भी तरह का जोखिम न हो, इसके लिए आज फसल बीमा योजना है।'
उन्होंने आगे कहा कि पहले खाद के लिए लंबी-लंबी कतारें हुआ करती थी लेकिन अब किसानों को आसानी से खाद मिल रहा है। आज किसानों के लिए 100% नीम कोटिंग वाला यूरिया देश में उपलब्ध है।
इसके साथ ही पीएम मोदी किसानों से बात कर उनकी समस्याएं भी सुन रहे हैं।
ज़ाहिर है देश के किसानों में केंद्र सरकार को लेकर नाराज़गी है।
पिछले कुछ दिनों में किसानों ने जिस तरह से न्यूनतम समर्थन मुल्य, फसल बीमा और कर्ज़ माफी जैसे कई गंभीर मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला है, इससे लगता है कि केंद्र सरकार के प्रति किसानों में नाराज़गी है।
LIVE Updates
# किसानों को खेत की सिंचाई में परेशानी न हो, हर खेत को पानी मिले, per drop more crop, यानि कम पानी और ज्यादा उपज। मैं हमेशा से किसानों को टपक सिंचाई या ड्रिप इरिगेशन को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता रहा हूं। -पीएम मोदी
# फसल कटाई के बाद जब किसान का उत्पाद बाजार में पहुंचता है, उसमें उसे अपने उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म e-NAM शुरू किया गया है ताकि किसानों को अपनी उपज का पूरा पैसा मिल सके और सबसे बड़ी बात कि अब बिचौलिए किसानों का प्रोफिट नहीं मार पाएंगे। -पीएम मोदी
# पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत आज देश भर में 99 सिंचाई परियोजनाएं पूरी की जा रहीं हैं। हर खेत को पानी मिले, इस लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। किसानों को फसल को लेकर किसी भी तरह का जोखिम न हो, इसके लिए आज फसल बीमा योजना है। -पीएम मोदी
# पहले खाद के लिए लंबी-लंबी कतारें हुआ करती थी लेकिन अब किसानों को आसानी से खाद मिल रहा है। आज किसानों के लिए 100% नीम कोटिंग वाला यूरिया देश में उपलब्ध है। -पीएम मोदी
# बुआई से पहले किसान यह जान पाए कि किस मिट्टी पर कौन सी फसल उगानी चाहिए, इसके लिए मृदा सेहत कार्ड शुरू किया गया। एक बार जब ये पता चल जाए कि क्या उगाना है तो फिर किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाली बीज मिलेगी, उसे पूंजी की समस्या से गुजरना न पड़े, इसके लिए किसान ऋण की व्यवस्था की गई। -पीएम मोदी
# सीधे तौर पर कहें तो फसलों के तैयार होने से लेकर बाजार में उसकी बिक्री तक, यानि ‘बीज से बाजार तक’ फैसले लिए जा रहे हैं। किसान कल्याण के लिए एक पूरी व्यवस्था बने, उस दिशा में हम बढ़ रहे हैं।-पीएम मोदी
# हमारा प्रयास है कि किसानों को खेती की पूरी प्रक्रिया में हर कदम पर मदद मिले, यानि बुआई से पहले, बुआई के बाद और फसल कटाई के बाद।-पीएम मोदी
# नीली क्रांति के अंतर्गत मछली पालन के क्षेत्र में 26% वृद्धि हुई तो दूसरी और पशुपालन व दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में करीब 24% की वृद्धि हुई है।-पीएम मोदी
# वर्ष 2017-18 में खाद्यान उत्पादन 280 मिलियन टन से अधिक हुआ है जबकि 2010 से 2014 का औसत उत्पादन 250 मिलियन टन था। इसी तरह दलहन के क्षेत्र में भी औसत उत्पादन में 10.5% एवं बागवानी के क्षेत्र में 15% की वृद्धि दर्ज हुई है।-पीएम मोदी
# आज देश में न सिर्फ अनाज का, बल्कि फल-सब्जियों और दूध का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है।-पीएम मोदी
# देश के किसानों को फसलों की उचित कीमत मिले, इसके लिए इस बार के बजट में सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया। सरकार ने तय किया है कि अधिसूचित फसलों के लिए MSP, उनकी लागत का कम से कम डेढ़ गुना घोषित किया जाएगा। -पीएम मोदी
# मुख्य रूप से चार मूल बिन्दुओं पर बल दिया जा रहा है। पहला, कच्चे माल की लागत कम से कम हो, दूसरा, उपज का उचित मूल्य मिले, तीसरा, उपज की बर्बादी रुके, और चौथा, आदमनी के वैकल्पिक स्रोत तैयार हों। -पीएम मोदी
गौरतलब है कि जून महीने की शुरुआत में ही किसानों ने 10 दिनों का 'गांव बंद' किया था। इस दौरान उन्होंने सब्ज़ी, दूध और फल की बिक्री रोक दी थी।
ऐसे में पीएम मोदी की आज की बातचीत को लेकर किसानों को काफी उम्मीदें हैं।
पीएम मोदी इससे पहले भी उज्जवला योजना, डिजीटल इंडिया, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना को लेकर लाभार्थियों से बात कर चुके हैं।
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Source : News Nation Bureau