रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने 1 फरवरी 2017 से चालू खाते से पैसे निकालने की लिमिट को खत्म कर दिया है। नोटबंदी के करीब तीन महीने बाद सरकार ने चालू खाते, कैश, क्रेडिट अकाउंट और ओवरड्राफ्ट अकाउंट्स से पैसे निकालने की लिमिट को पूरी तरह से खत्म कर दिया है।
हालांकि बचत खातों के लिए मौजूदा लिमिट में किसी तरह की राहत नहीं दी गई है। बचत खातों से एक बार में 10,000 रुपये जबकि हफ्ते में अधिकतम 24,000 रुपये निकाल सकते हैं। आरबीआई की अधिसूचना के मुताबिक भविष्य में बचत खातों से पैसे निकालने की लिमिट को हटाने के बारे में विचार किया जाएगा।
आरबीआई ने कहा है कि निकट भविष्य में इस सीमा को खत्म करने पर विचार किया जाएगा। आरबीआई के सर्कुलर के मुताबिक करंट अकाउंट्स/ कैश क्रेडिट अकाउंट्स/ ओवरड्राफ्ट अकाउंट्स से निकासी की सीमा को तत्काल प्रभाव से हटा लिया गया है।
ये भी पढ़ें: नीति आयोग ने कहा,'2020 तक क्रेडिट, डेबिट एटीएम और पीओएस मशीनों की नहीं पड़ेगी कोई जरुरत'
8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा किेए जाने के बाद सरकार ने एटीएम से पैसे निकालने की लिमिट तय करते हुए इसे प्रति कार्ड 2 हजार रुपये कर दिया था। इसके बाद इसे बढ़ाकर 2 हजार 500 रुपये कर दिया। 1 जनवरी 2017 से सरकार ने इस लिमिट को बढ़ाकर 4 हजार 500 रुपये कर दिया था।
8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने 500 और 1,000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया था। इसके साथ ही अगले 50 दिनों के लिए लोगों के कैश निकालने की लिमिट को तय कर दिया गया था।
ये भी पढ़ें: नोटबंदी के एक महीने बाद 7 दिसंबर से जनधन खातों से निकाले गए 5,582.83 करोड़ रुपये
Source : News Nation Bureau