वाराणसी शहर के चौराहों पर लगे हैं LED स्क्रीन, जो कहते विकास की कहानी
दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है माना जाता है वाराणसी, जो दुनियाभर में अपने घाटों के लिए प्रसिद्ध है. वाराणसी घूमने जा रहे हैं तो अपनी यात्रा केवल घाटों की सैर, मंदिरों के दर्शन और म्यूजियम्स तक ही सीमित न रखें.
highlights
- स्मार्ट सिटी के सोशल मीडिया हैंडल पर काशी की महत्ता
- घाटों पर लगे साइनेज के माध्यम से पूरी जानकारी मिलेगी
- शहर के चौराहों पर एलईडी स्क्रीन लगे हैं
वाराणसी:
दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है माना जाता है वाराणसी, जो दुनियाभर में अपने घाटों के लिए प्रसिद्ध है. वाराणसी घूमने जा रहे हैं तो अपनी यात्रा केवल घाटों की सैर, मंदिरों के दर्शन और म्यूजियम्स तक ही सीमित न रखें. वहीं, सोशल मीडिया से काशी की महत्ता जन-जन तक पहुंच रही है. यह कार्य वाराणसी स्मार्ट सिटी कंपनी अपने सोशल मीडिया के हैंडल से रोज पोस्ट करके कर रही है. महान बनारसी विभूतियों की कहानी के अलावा यहां के खान-पान और परंपरा आदि पर आधारित पोस्ट और वीडियो अपलोड किए जा रहे हैं. इसके लिए स्मार्ट सिटी ने सप्ताह के दिन तय किए हैं, जिसके हिसाब से विषय तैयार किए गए हैं.
कहानी बनारसी घाटों की
कहानी घाटों की, मंदिरों का महात्म्य, पंचकोस का आध्यात्मिक लाभ, रामनगर की रामलीला, नाथनथैया, भरत मिलाप, देवदीपावली परंपरा और पर्यटन, सारनाथ का पुरातात्विक इतिहास, बदलते बनारस की तस्वीरें, बनारस की गलियां, बनारसी कचौड़ी-जलेबी, मलइयो, चाट के ठाट, चाय की अड़ी से संबंधित रोचक जानकारी पोस्ट की जा रही है.
घाटों पर लगे साइनेज के माध्यम से पूरी जानकारी मिलेगी
स्मार्ट सिटी की ओर से प्रतिदिन अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से साझा कर उनसे लोगों को प्रेरित करने का कार्य किया जा रहा है. आपका अगर घूमने के लिहाज से बनारस आना हुआ है तो घाटों पर लगे साइनेज के माध्यम से पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसमें लगे बार कोड से अपनी भाषा में सूचना पा सकते हैं.
शहर के चौराहों पर एलईडी स्क्रीन लगे हैं
वहीं, बनारस की सुंदरता दिनों- दिन निखरती जा रही है. इसकी एक बड़ी वजह है. यहां पर साफ-सफाई और शहर में उचित व्यवस्था, जिसकी वजह से काशी की सुंदरता में चार चांद और लगते हैं. बनारस की महत्ता को बताने के लिए शहर के चौराहों पर एलईडी स्क्रीन भी लगे हैं, जिनका संचालन सिगरा स्थित स्मार्ट सिटी कमांड एंड कंट्रोल रूम से किया जाता है. बाबतपुर स्थित एयरपोर्ट से लेकर गंगा घाट तक की तस्वीर को दिखाया जा रहा है. इसके अलावा बनारस में हो रहे विकास-कार्यों को भी लोगों को बताया जा रहा है.
दरअसल, 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी वाराणसी से लोकसभा का चुनाव लड़ा और यहां के सांसद बने. फिर वह देश के प्रधानमंत्री बने, जिसके बाद से बनारस का कायाकल्प हो गया. बता दें कि पहले शहर में ट्रैफिक का लगा रहता था, लेकिन अब लोगों को जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता. पीएम मोदी जब से वाराणसी के सांसद बने हैं, तब से यहां विकास की गंगा बह रही है.
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