बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस बात से इंकार किया है पटना में बुधवार को सुरक्षाकर्मियों और पत्रकारों के बीच धक्का-मुक्की उनके इशारे पर हुई।
तेजस्वी ने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि उन्होंने बाहर आने के बाद पांच से सात मिनट तक इंतजार किया ताकि सभी पत्रकार शांत हो जाए लेकिन वे आपस में ही एक-दूसरे धक्का-मुक्की कर रहे थे।
साथ ही तेजस्वी ने एक वीडियो भी ट्वीट किया और लिखा कि देखो, 'लालू का बेटा बिहार में कैसे गुंडागर्दी फैला रहा है।'
तेजस्वी के मुताबिक, 'कई पत्रकार जो मेरे पीछे खड़े थे, उनके माइक मेरे सिर और कान से टकराए। कई ऐसे मौके आए जब करीब 10 माइक मेरे बेहद करीब थे और उससे मेरे नाक पर चोट लग सकती थी। मैंने खुद को बचाया और ड्यूटी पर खड़े सुरक्षाकर्मी भी यही कर रहे थे।'
तेजस्वी ने यह भी कहा कि मारपीट का जो वीडियो टीवी और सोशल मीडिया पर चला, उस समय वह खुद इस घटना से अनभिज्ञ थे।
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तेजस्वी ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा, 'व्यक्तिगत रूप से मैं इस बात से अनजान था कि दूसरी ओर क्या हो रहा है। यहां तक कि स्वास्थ्य मंत्री को भी कार में सवार होते समय एक कैमरे से चोट लगी थी। लेकिन उसे रिपोर्ट नहीं किया गया और इसकी जरूरत भी नहीं थी क्योंकि यह आपाधापी में हुआ।'
तेजस्वी के मुताबिक, 'कई बार सैकड़ो मीडियाकर्मी आपके चारो ओर होते हैं और ऐसे में मीडिया, सुरक्षाकर्मी और हम सभी के लिए कुछ मैनेज करना बहुत मुश्किल हो जाता है।'
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तेजस्वी के अनुसार, 'कई चैनल यह कह रहे हैं कि यह सब कुछ मेरे इशारे पर हुआ जो कि बिल्कुल गलत और आधारहीन है। मैं खुद पूरी घटना को देखूंगा और इसकी जांच कराउंगा।'
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HIGHLIGHTS
- पटना में विधायक दल की बैठक के बाद बुधवार को हुई थी पत्रकारों से धक्का-मुक्की
- तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर के बाद पद छोड़ने का है दबाव, रेलवे टेंडर में हेराफेरी का है मामला
Source : News Nation Bureau