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मुंबई के लालबागचा राजा की होगी धूम, कोविड नियमों के तहत होगा गणेशोत्सव

93 साल पुराने इस गणेशोत्‍सव आयोजन (Ganeshotsav) को इस साल कोविड 19 महामारी (Covid 19) को देखते हुए पूरे नियमों के साथ आयोजित किया जाएगा. लालबागचा राजा गणपति मंडल ने कहा कि गणेशोत्सव इस बार मनाया जाएगा.

Updated on: 02 Aug 2021, 12:26 PM

नई दिल्ली :

कोरोना वायरस (Corona Virus) की वजह से पिछले दो सालों से त्योहारों की रौनक फिकी पड़ रही है. लेकिन इस बार गणेशोत्सव की धूम होगी, लेकिन कोविड नियमों का पूरी तरह पालन करना होगा. मुंबई के लालबागचा राजा इस बार फिर विराजेंगे. 93 साल पुराने इस गणेशोत्‍सव आयोजन (Ganeshotsav) को इस साल कोविड 19 महामारी (Covid 19) को देखते हुए पूरे नियमों के साथ मनाया किया जाएगा. लालबागचा राजा गणपति मंडल ने कहा कि गणेशोत्सव इस बार मनाया जाएगा. लेकिन गणपति की मूर्ति की ऊंचाई कम होगी. इस बार केवल 4 फीट की मूर्ति स्थापित की जाएगी. इसके साथ ही लोगों की भीड़ भी यहां नहीं लगेगी.

राजा गणपति मंडल ने बताया कि सरकार के कोविड-9 के दिशानिर्देशों के मद्देनजर, मूर्ति की लंबाई केवल 4 फीट की होगी. इसके साथ ही दर्शन करने के लिए कतार नहीं लगाई जाएगी.  पूजा करने वालों को मूर्ति के पैर भी छूने की अनुमति नहीं होगी.

पिछले साल मुंबई में कोरोना वायरस ने तबाही मचा दी थी, जिसकी वजह से लालबागचा के राजा के गणेशोत्‍सव की जगह ब्‍लड और प्‍लाज्‍मा डोनेशन कैंप आयोजित किया गया था. यहां 11 दिन का स्वास्थ्य कैंप आयोजित किया गया था. मंडल ने बताया कि इस साल भी गणेशोत्‍सव को हेल्‍थ फेस्टिवल के रूप में गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी के बीच में मनाया जाएगा.गणेशोत्‍सव में पारंपरिक रूप से पूजा-पाठ होगा. 

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गौरतलब है कि लालबाग के राजा की 15 फीट उंची मूर्ति लगाई जाती थी. लेकिन इस बार चार फीट से ज्यादा उंची मूर्ति नहीं लगेगी. लालबाग के राजा के दर्शन के लिए बड़ी-बड़ी हस्तियां पहुंचते हैं. हर साल अनुमान के मुताबिक पंडाल में 1 लाख के करीब भक्त आते हैं. बड़ी संख्या में यहां चढ़ावा चढ़ता है. 

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इस साल 10 दिनी गणेश महोत्सव 22 अगस्त से शुरू हो रहा है. सीएम ठाकरे ने कहा था कि कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है. इसलिए त्योहार को भव्यता के साथ मनाना संभव नहीं है. कोई भी जुलूस नहीं निकलेगी. पंडालों में कोविड के नियमों का पालन करना होगा. पिछले साल कोरोना वायरस के चलते गणेत्सव ना के बराबर मनाया गया था. हालांकि इस बार भी कोरोना का खतरा कम नहीं हुआ है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकार से अपील की है कि कोरोना महामारी को देखते हुए किसी भी त्योहार को मनाने की अनुमति नहीं देने की अपील की है.