logo-image

भूमिपूजन पर बोले आडवाणी, मेरे दिल के करीब जो सपना था वो पूरा हो रहा है

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Temple) के भूमि पूजन में अब थोड़ा ही समय बचा है. पांच अगस्त को यहां भूमि पूजन (Bhumi Poojan) होगा. भूमि पूजन में स्वास्थ्य कारणों के चलते लाल कृष्ण आडवाणी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे.

Updated on: 04 Aug 2020, 09:20 PM

नई दिल्ली:

अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन में अब थोड़ा ही समय बचा है. पांच अगस्त को यहां भूमि पूजन होगा. भूमि पूजन में स्वास्थ्य कारणों के चलते लाल कृष्ण आडवाणी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाएंगे. राम मंदिर आंदोलन के जरिए देशभर में रामलहर पैदा करने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी भूमिपूजन कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे. राम मंदिर भूमि पूजन से पहले उन्होंने कहा है कि मेरे दिल के करीब जो सपना था वो पूरा हो रहा है. आडवाणी ने एक खुला पत्र लिख कर इस बारे में कहा.

लालकृष्ण आडवाणी का पत्र

कभी-कभी किसी के जीवन में महत्वपूर्ण सपने आने में काफी समय लगता है, लेकिन जब उन्हें आखिरकार पता चलता है, तो इंतजार बहुत सार्थक हो जाता है. ऐसा ही एक सपना, मेरे दिल के करीब है जो अब पूरा हो रहा है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्री राम की जन्मस्थली अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण की आधारशिला रख रहे हैं. यह वास्तव में मेरे लिए ही नहीं बल्कि सभी भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक और भावनात्मक दिन है. राम जन्मभूमि पर श्री राम के लिए एक भव्य मंदिर भारतीय जनता पार्टी के लिए एक इच्छा और मिशन रहा है.

मैं यह महसूस करता हूं कि राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान, भाग्य ने मुझे 1990 में सोमनाथ से अयोध्या तक राम रथ यात्रा के रूप में एक महत्वपूर्ण कर्तव्य निभाया, जिसने अपने अनगिनत प्रतिभागियों की आकांक्षाओं, ऊर्जाओं और जुनून को मजबूत करने में मदद की.

इस शुभ अवसर पर, मैं राम जन्मभूमि आंदोलन में बहुमूल्य योगदान और बलिदान देने वाले भारत और दुनिया के संतों, नेताओं और लोगों के स्कोर के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं.

मुझे इस बात की भी बहुत खुशी है कि नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के निर्णायक फैसले के कारण, श्री राम मंदिर का निर्माण शांति के माहौल में शुरू हो रहा है. यह भारतीयों के बीच के बंधन को मजबूत करने में एक लंबा रास्ता तय करेगा.

श्री राम भारत की सांस्कृतिक और सभ्यता की विरासत में एक सम्मानित स्थान पर काबिज हैं और अनुग्रह, गरिमा और अलंकरण के प्रतीक हैं. यह मेरा विश्वास है कि यह मंदिर सभी इंडियनस्टो को उनके गुणों के बारे में बताएगा.

यह मेरा विश्वास भी है कि श्री राम मंदिर सभी के लिए न्याय के साथ एक मजबूत, समृद्ध, शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण राष्ट्र के रूप में प्रतिनिधित्व करेगा और किसी को भी बाहर नहीं करेगा ताकि हम वास्तव में रामराज्य में सुशासन के प्रतीक बन सकें.

श्री राम भारत और उनके लोगों को हमेशा आशीर्वाद दें. जय श्री राम.

मेहमानों को दिया जाएगा चांदी का सिक्का

राम जन्मभूमि पर भूमि पूजन में शामिल होने वाले लोगों को प्रसाद स्वरूप चांदी का सिक्का दिया जाएगा. जिसके एक तरफ राम दरबार है और दूसरी तरफ ट्रस्ट का प्रतीक चिन्ह. सभी मेहमानों को यह चांदी का सिक्का दिया जाएगा.