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गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का नहीं होगा इस्तीफा, लेकिन पार्टी करेगी आगाह

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. यूपी चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे को आरोप-प्रयारोप लगा रही हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा पर विपक्ष सत्ता में काबिज बीजेपी को घरने की कोशिश कर रहा है.

Updated on: 15 Dec 2021, 05:52 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. यूपी चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे को आरोप-प्रयारोप लगा रही हैं. लखीमपुर खीरी हिंसा पर विपक्ष सत्ता में काबिज बीजेपी को घरने की कोशिश कर रहा है. लखीमपुर हिंसा पर SIT की रिपोर्ट पर चर्चा और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोधी दलों द्वारा किए गए हंगामे के चलते बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई. विपक्ष दलों की ओर से सरकार पर केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है.  

लखीमपुर खीरी हिंसा पर कयास लगाया जा रहा था कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को इस्तीफा देना पड़ा सकता है, लेकिन सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी का इस्तीफा नहीं होगा. भारतीय जनता पार्टी अजय मिश्र के आचरण के लिए आगाह  करेगी. हालांकि, खबर आ रही है कि केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को दिल्ली तलब कर लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री टेनी शाम 5.35 बजे की फ्लाइट से दिल्ली रवाना होंगे.

गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की कि वह लखीमपुर किसान नरसंहार मामले में पीड़ितों को न्याय दिलाएं और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करें. प्रियंका ने मांग की थी कि देश भर में किसानों के खिलाफ हुए मुकदमों को वापस लिया जाए और सभी शहीद किसानों के परिवारों को आर्थिक अनुदान दिया जाए.