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आशीष मिश्रा की कस्टडी पर कोर्ट में आज सुनवाई, महाविकास अघाड़ी ने किया महाराष्ट्र बंद का आह्वान

यूपी के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Case) में हुई हिंसा के मामले में पुलिस रविवार को मामले की जांच करने के लिए घटनास्थल पर पहुंची. पिछले रविवार को तिकुनिया इलाके में बीजेपी नेताओं, कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच में हिंसक झड़प हो गई थी.  

Updated on: 11 Oct 2021, 07:07 AM

लखीमपुर खीरी:

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी के बाद सबूत जुटाने की कोशिश हो रही है. पुलिस रविवार को आशीष मिश्रा को लेकर घटनास्थल पर पहुंची. इसी जगह पर चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने अधिकारियों ने दंगल कार्यक्रम स्थल के नजदीक लगे पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला. बता दें कि आशीष मिश्रा से हुई पूछताछ के दौरान उसने पेट्रोल पंप पर मौजूद होने का जिक्र किया था. आशीष की पुलिस रिमांड के लिए अर्जी दी गई थी. रिमांड को लेकर आज कोर्ट में सुनवाई होगी. 

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अजय मिश्रा का बेटा आशीष इस मामले में मुख्य आरोपी है. किसानों ने आरोप लगाया था कि आशीष मिश्रा की गाड़ी से ही किसानों का रौंदा गया. पुलिस लगातार समन भेज पूछताछ के लिए बुला रही है. लगातार गायब रहने के बाद शनिवार को वह पुलिस के सामने पूछताछ के लिए पहुंचा. यहां उनसे 12 घंटे तक सवाल-जवाब किए गए. आखिकार पुलिस ने देर रात आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था. सूत्रों के मुताबिक आशीष 3 अक्टूबर को दिन में 2:36 से 3:30 बजे तक कहां था, इसका जवाब नहीं दे पाया. आशीष मिश्र से शनिवार को सुबह 11 बजे से 6 लोगों की टीम ने पूछताछ की थी. इस दौरान आशीष से 40 सवाल पूछे गए.

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कई सवालों के नहीं दिए जवाब
लखीमपुर हिंसा में गिरफ्तार किए गए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में लखीमपुर खीरी जेल भेज दिया गया. पुलिस ने बताया कि आशीष ने सवालों का ठीक से जवाब नहीं दिया और सहयोग नहीं किया. वह सही बातें नहीं बता रहे थे, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया. एक पुलिस अधिकारी के आशीष से 12 घंटे लंबी पूछताछ के दौरान करीब 32 सवाल पूछे गए, लेकिन हर सवाल का उनके पास एक ही जवाब था कि मैं उस जगह पर मौजूद नहीं था, जहां घटना हुई थी.

महाविकास अघाड़ी का महाराष्ट्र बंद
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी (एमवीए) के सहयोगी दलों शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी में हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र बंद का आज आह्वान किया है. लखीमपुरम में 3 अक्टूबर को चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी. महा विकास आघाडी ने कहा है क हम लोगों से अपील करते हैं कि वे बंद में शामिल हों. शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी बंद में पूरी ताकत से भाग लेगी.