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'लादेन किलर' ने पाकिस्तान में घुस कर मारने की ताकत बढ़ाई, भारत को मिला पहला अपाचे हेलिकॉप्टर

'लादेन किलर' के नाम से मशहूर अपाचे हेलिकॉप्टर शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के सुपुर्द किया गया.

Updated on: 11 May 2019, 01:21 PM

highlights

  • पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने में और मारक क्षमता भारत को हासिल हो गई है.
  • भारत ने 2015 में अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग के साथ 22 अपाचे हेलिकॉप्टर का सौदा किया था.
  • अपाचे हेलिकॉप्टर की पहली खेप जुलाई में भारतीय वायुसेना के हवाले की जाएगी.

नई दिल्ली.:

'लादेन किलर' के नाम से मशहूर अपाचे गार्डियन हेलिकॉप्‍टर अंततः भारतीय वायुसेना को मिल गया. शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के प्रतिनिधि बतौर एयर मार्शल एएस बुटोला को अमेरिका के एरिजोना में पहला हेलिकॉप्टर सुपुर्द किया गया. इस दौरान अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधि भी वहां मौजूद थे. भारत ने 2015 में अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग के साथ 22 अपाचे हेलिकॉप्टर का सौदा किया था. बोइंग निर्मित अपाचे दुनिया का सबसे आधुनिक और घातक हेलिकॉप्टर है. इसके भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने से दुश्मन को घर भीतर घुस कर मारने की क्षमता में और ज्यादा वृद्धि हुई है.

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जुलाई में मिलेगी अपाचे की पहली खेप
अपाचे हेलिकॉप्टर की पहली खेप जुलाई में भारतीय वायुसेना के हवाले की जाएगी. इसके पहले अपाचे को उड़ाने और उसके तकनीकी पहलुओं को दक्षता के साथ इस्तेमाल में लाने के लिए चुने गए भारतीय पायलटों को अमेरिकी वायुसैनिक अड्डे फोर्ट रुकर में प्रशिक्षण दिया गया है. भारतीय वायुसेना के चुने गए जांबाज अपाचे हेलिकॉप्टर के बेड़े को उड़ाएंगे.

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दुर्गम इलाकों में हमलों के दौरान निभाएगा बड़ी भूमिका
भारतीय वायु सेना की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपाचे में व्यापक फेरबदल किए गए हैं. खासकर पहाड़ी दुर्गम इलाकों की भौगोलिक स्थितियों में यह हेलिकॉप्टर भारत के लिए गेमचेंजर साबित होगा. अपाचे दुश्मन इलाकों में जमीन से संभावित हमले की आशंका के बीच भी हमले को बखूबी अंजाम देने में सक्षम है. यानी पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने में और मारक क्षमता भारत को हासिल हो गई है.

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ऐसे पड़ा था 'लादेन किलर' नाम
फिलहाल भारतीय वायु सेना रूस निर्मित एमआई-35 का इस्‍तेमाल कर रही है. अपाचे को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि दुश्‍मन की किलेबंदी को भेदकर और उसकी सीमा में घुसकर हमला करने में सक्षम है. रक्षा विश्‍लेषकों का मानना है कि अपाचे युद्ध के समय 'गेम चेंजर' की भूमिका निभा सकता है. उन्‍होंने बताया कि अमेरिका ने ब्‍लैक हॉक और अपाचे हेलिकॉप्‍टर में कुछ बदलाव कर वर्ष 2011 में उसका इस्‍तेमाल पाकिस्‍तान के अंदर घुसकर अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए किया था. उसके बाद से ही अपाचे को 'लादेन किलर' का तमगा मिला था.