बाघ के हमले की एक और घटना में एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया है।
घटना रविवार को जिले के मितौली क्षेत्र के डोकरपुर गांव की है।
मजदूर कमलेश कुमार, मजदूरों के एक समूह के साथ अपने खेत में काम कर रहे थे, तभी बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
उनकी चीख-पुकार सुनकर अन्य लोग उसकी मदद के लिए दौड़े, लाठियां बरसाईं और चिल्लाने लगे। उन्हें देखते ही बाघ वन क्षेत्र की ओर भाग निकला।
कमलेश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। उसका इलाज कर रहे डॉक्टर ने कहा कि उसकी पीठ पर चोटें आई हैं लेकिन उसकी हालत स्थिर है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाघ शायद दुधवा के जंगल से भटक कर बेंत के खेत में छिपा था। इसे स्थानीय लोगों ने कई बार देखा था।
स्थानीय निवासी गणपति ने कहा कि, हमने नियमित रूप से वन विभाग को सूचित किया है लेकिन अधिकारियों ने बाघ को वापस जंगल में ले जाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है।
संभागीय वन अधिकारी समीर कुमार ने कहा, हमने गांव में एक टीम भेजी है और पीड़ित के लिए सर्वोत्तम संभव इलाज सुनिश्चित किया है। हमारी टीम क्षेत्र की निगरानी करेगी और जांच करेगी कि बाघ घायल है या कोई अन्य समस्या है।
प्रथम ²ष्टया यह एक आकस्मिक हमला लगता है क्योंकि पीड़ित एक घने बेंत के खेत में घुस गया और संयोग से बाघ के साथ उसका सामना हो गया।
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Source : IANS