एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक के 26वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली और इसके साथ ही कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार ने राज्य के सत्ता की बागडोर संभाल ली। उनके साथ ही कांग्रेस के जी परमेश्वर ने राज्य के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर सीएम कुमारस्वामी और डिप्टी सीएम जी परमेश्वरा को बधाई दी।
पीएम ने ट्वीट में लिखा, 'एच डी कुमारस्वामी को सीएम और जी परमेश्वरा को डिप्टी सीएम बनने पर हार्दिक बधाई। उनके कार्यकाल के लिए मेरी तरफ से शुभकामनाएं।'
कुमारस्वामी को राज्यपाल वजुभाई वाला ने शपथ दिलाई। इस शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी दलों के दिग्गज नेताओं की भीड़ जुटी और बीजेपी के खिलाफ लोकसभा चुनाव के पहले शक्ति प्रदर्शन किया गया।
सीएम पद की शपथ लेने के बाद कुमारस्वामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन वाली सरकार अन्य राजनीतिक दलों के मुक़ाबले बेहतर और आम लोगों की भलाई के लिए काम करेगी। हम दोनों ने तय किया है कि राज्य की बेहतरी की दिशा में काम किया जाए।'
कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा, जेडीयू के पूर्व नेता शरद यादव, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, बीएसपी सुप्रीमो मायावती, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्रप्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू और आरएलडी प्रमुख अजित सिंह समेत कई नेता मौजूद थे।
हालांकि कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह का बीजेपी ने बहिष्कार किया और उसने इस दिन को काले दिवस के रुप में मनाया। पार्टी का कहना है कि सत्ता के लालच में बनाई गई सरकार जल्द ही गिर जाएगी।
चुनाव परिणाम आने तक भी माना जा रहा था कि जेडीएस एक बड़ी भूमिका निभा सकती है लेकिन अंतिम परिणाम आने तक कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं बढ़ गई। क्योंकि बीजेपी बड़े दल के रूप में उभरी कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही और जेडीएस तीसरे स्थान पर रही।
गोवा, मणिपुर और मेघालय में बड़ा दल होने के बावजूद भी कांग्रेस सरकार नहीं बना पाई थी। लेकिन कर्नाटक में कांग्रेस ने कहा कि वो कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री को तौर पर स्वीकार करेगी और जेडीएस की अगुवाई में सरकार को समर्थन देगी।
कुमारस्वामी ने इस मौके का फायदा उठाया और इसे हाथ से जाने नहीं दिया। उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया।
हालांकि बड़ा दल होने के नाते राज्यपाल वजूभाई वाला ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया। लेकिन उसके पास बहुमत नहीं था और विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने के पहले ही उसके मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को इस्तीफा देना पड़ा।
जिसके बाद कुमारस्वामी का बुधवार को शपथ ग्रहण हुआ और उन्होंने राज्य के सत्ता की कमान संभाल ली।
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Source : News Nation Bureau