कुलभूषण जाधव की फांसी पर भारत ने पाकिस्तान को दी गंभीर नतीजों की चेतावनी
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सुनाई गई मौत की सजा पर अमल होता है तो इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे
highlights
- सुषमा स्वराज ने कहा, कुलभूषण को सुनाई गई सजा पर अमल होता है तो गंभीर परिणाम होंगे
- राज्यसभा में सुषमा ने कहा कि भारत सरकार जाधव को बचाने के हर संभव तरीका अपनाएगी
- विपक्ष और सत्तापक्ष, दोनों ने कुलभूषण जाधव का मुद्दा उठाया और एकजुटता दिखाई
नई दिल्ली:
भारत ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को सुनाई गई मौत की सजा पर अमल होता है तो इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे और द्विपक्षीय संबंध प्रभावित होंगे।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में कहा, 'भारत सरकार और यहां के लोग कानून, न्याय के बुनियादी नियमों और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का उल्लंघन कर एक निर्दोष भारतीय को पाकिस्तान में मृत्युदंड दिए जाने की संभावना को बहुत ही गंभीरता से देखेंगे।'
सुषमा ने कहा कि भारत सरकार जाधव को बचाने के हर संभव तरीका अपनाएगी। उन्होंने कहा, 'मैं पाकिस्तान सरकार को चेताते हुए कहना चाहती हूं कि वह इस बात पर विचार कर ले कि यदि मौत की सजा पर अमल हुआ तो इसके द्विपक्षीय संबंध पर कैसे असर होंगे।'
वहीं पाकिस्तान ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है जाधव की फांसी के मामले में सभी मानकों और कानूनों का पालन किया गया है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने संसद को बताया, 'जाधव के केस में तय कानूनी प्रक्रिया पर अमल हुआ है।'
आसिफ ने कहा कि जाधव मौत की सजा के खिलाफ 60 दिन के भीतर अपील कर सकते हैं।
विपक्ष और सत्तापक्ष रहा एकजुट
सदन में विपक्ष और सत्तापक्ष, दोनों के सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाया और जाधव के प्रति एकजुटता दिखाई।
समाजवादी पार्टी सांसद नरेश अग्रवाल ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने जाधव को मृत्युदंड का फैसला सुनाकर भारत को चुनौती दी है। अग्रवाल ने कहा कि भारत की पाकिस्तान नीति बहुत कमजोर है। यह देश के लिए एक चुनौती है।
पूर्व रक्षा मंत्री ए.के.एंटनी ने अग्रवाल की बात का समर्थन करते हुए इस मुद्दे को बहुत ही गंभीर बताते हुए कहा कि भारत को पाकिस्तान के समक्ष कड़े शब्दों में विरोध जताना चाहिए।
सुषमा ने कहा जाधव के खिलाफ पाक के पास कोई सबूत नहीं
सुषमा ने कहा, 'कुलभूषण जाधव द्वारा कुछ भी गलत करने का कोई सबूत नहीं हैं। वह एक साजिश का शिकार है जिसमें पाकिस्तान के जगजाहिर आतंकवाद समर्थक रिकार्ड से विश्व का ध्यान हटाकर भारत पर लांछन लगाने की कोशिश की गई है। हमारे पास सिवाय इसके कोई विकल्प नहीं है कि यदि इस सजा पर अमल होता है तो हम इसे सुनियोजित हत्या मानेंगे।'
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार से एक वकील को नियुक्त करने की अपील की जो पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत में जाधव का केस लड़ सके।
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आजाद ने कहा, 'यह पूरे देश का मामला है। मैं सरकार से पाकिस्तान की सर्वोच्च अदालत में जाधव का केस लड़ने के लिए एक वकील को नियुक्त करने का आग्रह करता हूं ताकि वह सर्वोच्च अदालत में केस जीत सके।'
सुषमा ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार पाकिस्तान के सर्वोच्च अदलात में अपील करेगी और 'देश के बेटे' को बचाने के लिए वहां के राष्ट्रपति के समक्ष याचिका देगी।
सुषमा ने कहा, 'सिर्फ सर्वोच्च अदालत में ही नहीं बल्कि हम उसे बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। सर्वोच्च न्यायालय में अपील करना या उसके लिए वकील नियुक्त करना बहुत छोटी चीजें हैं। हम देश के बेटे को बचाने के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रपति से भी संपर्क करेंगे।'
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