यूवीसीई (विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय) को स्वायत्त दर्जा देने वाला विधेयक कर्नाटक विधानसभा में अगले सत्र में पेश किया जाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण ने यहां शनिवार को यह बात कही।
ब्रिगेड स्कूल के सामने ब्रिगेड समूह द्वारा स्थापित भारत रत्न एम. विश्वेश्वरैया की कांस्य प्रतिमा का अनावरण करते हुए उन्होंने कहा, सरकार आईआईटी जैसी संस्था की तर्ज पर वीटीयू विकसित करना चाहती है।
मंत्री ने कहा कि विश्वेश्वरैया ने अपने समय की कई प्रमुख परियोजनाओं को शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह महान दूरदर्शी और राजनेता थे।
उन्होंने कहा कि चिक्कबल्लापुरा जिले के मुद्दनहल्ली में विश्वेश्वरैया के समाधि स्थल को विकसित करने के लिए वीटीयू के कुलपति की अध्यक्षता में एक ट्रस्ट का गठन किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को स्थापित करने के बाद शहर में समूह द्वारा स्थापित यह तीसरी ऐसी मूर्ति है। उन्होंने कहा कि ऐसे दूरदर्शी हमेशा समाज के आगे मार्गदर्शक दीपक के रूप में खड़े होते हैं।
मानय्या एन. बदिगर और टीम द्वारा गढ़ी गई सर एमवी की मूर्ति सड़क के स्तर से 19 फीट ऊंची है। यह मुख्य रूप से कांस्य (1000 किलोग्राम) और अन्य मिश्र धातुओं (300 किलोग्राम) की है और इसका वजन 1300 किलोग्राम है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS